लालू का एलान: सत्ता मिली तो चौथी पास का बनाएंगे सिपाही, नीतीश को बताया 'मौकापरस्तक'
लालू यादव ने कहा कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था बदहाल हुई है। उन्होंने सत्ता मिलने पर चौथी पास काे सिपाही बनाने की घोषणा की। साथ ही सीएम नीतीश को मौकापरस्त बताया।
वैशाली [जेएनएन]। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि नोटबंदी से न सिर्फ अर्थव्यवस्था नीचे चली गई बल्कि छोटे-छोटे कल-कारखाने भी बंद हो गए। बड़ी संख्या में मजदूर व पढ़े-लिखे युवा बेरोजगार हो गए। किसान-मजदूरों ने आत्महत्या कर ली। इसके बाद जीएसटी ने काफी परेशान किया। कबाड़ वाले लोहे पर भी 28 प्रतिशत जीएसटी लगाया गया है। उन्होंने कहा कि जब वे सत्ता में आएंगे तो चौथी पास युवाओं को भी सिपाही बहाली में मौका देंगे।
लालू प्रसाद नोटबंदी के एक वर्ष पूरा होने पर बुधवार को हाजीपुर सदर प्रखंड के शुभई हाईस्कूल मैदान में काला दिवस पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। नोटबंदी, जीएसटी, शराबबंदी व बालू खनन पर लगी रोक के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार पर करारा प्रहार किया। केंद्र को आइपॉड व मीडिया वाली सरकार कहा। चुनाव के पहले भाजपा-नीतीश भगाओ परिवर्तन रैली करने की भी घोषणा की।
लालू प्रसाद ने कहा कि चुनाव के वक्त भाजपा ने लोगों से अच्छे दिन लाने, कालाधन वापस लाने, प्रत्येक वर्ष दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने और हर खाते में 15 लाख रुपये जमा कराने का वादा किया था। अब हालात ऐसे हैं कि लोग अच्छे दिन तलाश रहे हैं।
लालू प्रसाद ने लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी तो पीछे-पीछे चलने की मजबूरी है। पासवान जी ने महनार में स्टील प्लांट खोलने के घोषणा की थी लेकिन उसका कुछ पता नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा व आरएसएस समाज में भेदभाव पैदा कर देश को तोडऩे का प्रयास कर रही है लेकिन वे ऐसा नहीं होने देंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लालू प्रसाद ने मौकापरस्त बताया। जब रिजर्वेशन लागू हुआ तो वे भाजपा के साथ थे, आज फिर भाजपा के पास चले गए हैं। नीतीश ने ही गली-गली में शराब बिकवाई। उस वक्त राजद ने नारा दिया था मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए। नीतीश कुमार का नीरा प्रोजेक्ट भी फेल हो चुका है। वे भ्रम में हैं, भ्रम जल्द दूर हो जाएगा।
ईडी के सवालों से जूझने के मुद्दे पर कहा कि एक साजिश के तहत घोषित आय को अवैध बताया जा रहा है। जब विरोधी लालू से नहीं जीत सके तो अब बेटों को निशाना बना रहे हैं। ऐसा लगता है जैसे दुनिया का सारा पैसा उन्हीं के पास है। अमित शाह के बेटे जयंत शाह पर भी तो आय से अधिक संपत्ति का आरोप लगा था लेकिन उसे तो क्लीन चिट दे दी गई। जनता सब देख रही है।