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Bihar News: लालू की गर्दन फंसी तो जमीन देकर नौकरी पाने वालों पर लटकी तलवार, उजागर होगे और कारनामे

सीबीआइ के अधिकारी उन सभी से पूछताछ करेंगे जिन्होंने जमीन देकर नौकरी पाई है। जांच एजेंसी को उम्मीद है आरोपितों से पूछताछ के क्रम में जमीन के बदले नौकरी प्रकरण में कुछ और कारनामे उजागर हो सकते हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sat, 21 May 2022 08:39 PM (IST)Updated: Sat, 21 May 2022 08:39 PM (IST)
Bihar News: लालू की गर्दन फंसी तो जमीन देकर नौकरी पाने वालों पर लटकी तलवार, उजागर होगे और कारनामे
बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव। जागरण आर्काइव।

राज्य ब्यूरो, पटना : लालू परिवार के अलग-अलग ठिकानों पर शुक्रवार को हुई सीबीआइ छापेमारी के बाद अब सीबीआइ की रडार पर वे लोग भी आएंगे, जिन्होंने लालू प्रसाद या उनके स्वजनों को जमीन दी और बदले में थोड़ी-बहुत रकम और रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी ली। जल्द ही सीबीआइ के अधिकारी उन सभी से पूछताछ करेंगे। जांच एजेंसी को उम्मीद है आरोपितों से पूछताछ के क्रम में जमीन के बदले नौकरी प्रकरण में कुछ और कारनामे उजागर हो सकते हैं। इस बात की भी जांच होगी कि जमीन के बदले नौकरी मामले में सिर्फ नामजद लोग ही शामिल हैं या इनके अलावा और लोग भी उपकृत हुए हैं। बहरहाल इन लोगों की नौकरी पर तलवार लटक गई है और गर्दन सीबीआइ की जांच में फंस चुकी है।

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लालू प्रसाद ने रेल मंत्री रहते हुए सन् 2004 से 2009 के दौरान सात लोगों से जमीन ली। इन सात अलग-अलग लोगों से लालू प्रसाद व इनके परिवार के लोगों ने करीब एक लाख वर्ग फीट जमीन प्राप्त की। लालू प्रसाद ने जमीन की कीमत तो चुकाई ही, संबंधित जमीन देने वालों के परिवार के सदस्यों को रेलवे में गु्रप-डी की नौकरियां भी बांटीं। जमीन के बदले 12 लोगों को नौकरी पर बहाल किया गया। इन लोगों की नियुक्ति किसी एक जोन में नहीं, बल्कि अलग-अलग रेलवे जोन में की गई। महत्वपूर्ण यह कि ये नियुक्तियां बगैर किसी पब्लिक नोटिस या निविदा प्रकाशित कराए ही बांट दी गईं। पहले यह अस्थायी नौकरी रही और बाद में बहाल सभी 12 लोग स्थायी हो गए।

बारी-बारी से पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा

लंबी चली जांच प्रक्रिया में सीबीआइ ने लालू प्रसाद के एक पत्र पर नौकरी प्राप्त करने वालों को सूचीबद्ध किया और इन सभी के नाम प्राथमिकी में शामिल किए। सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि इन सभी लोगों को अब बारी-बारी से पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। सूत्रों की मानें तो पूछताछ का उद्देश्य इस प्रकरण में शामिल रेलवे के अज्ञात दोषियों की पहचान करना है, जिन्होंने नियमों को ताख पर रखकर लालू प्रसाद के कहने या एक पत्र देने के बाद इस प्रकार की नौकरी में बहाल कर लिया। जानकारी है कि इस मामले में रेलवे के कुछ और अफसरों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे। 

35 लाख में खरीदी जमीन, आज जमीन का वैल्यू चार करोड़

लालू प्रसाद ने महुआबाग से लेकर बिहटा और गोपालगंज क्षेत्र में नौकरी के नाम पर लोगों से जमीन प्राप्त की। इसमें जमीन के दो टुकड़े उन्होंने बतौर गिफ्ट हासिल की, जबकि पांच के लिए कीमत चुकाई। सीबीआइ के अनुसार लालू प्रसाद ने 1,05,292 वर्गफीट जमीन हासिल की और इसके लिए उन्होंने करीब 35 लाख रुपये खर्च किए। आकलन है आज इस जमीन का बाजार मूल्य 4,39,80,650 रुपये है। 

इन लोगों को रेलवे में दी गई नौकरियां 

  • - राजकुमार, मिथिलेश कुमार और अजय कुमार। पदस्थापन हुआ मुंबई सेंट्रल में।
  • - संजय राय, धर्मेद्र राय, रविंद्र राय। पदस्थापन हुआ मुंबई सेंट्रल में।
  • - अभिषेक कुमार। पदस्थापन हुआ सेंट्रल रेलवे मुंबई।
  • - दिलचंद कुमार, प्रेमचंद कुमार में से एक को पश्चिम सेंट्रल रेलवे, जबलपुर में और दूसरे को पूर्वोत्तर रेलवे कोलकाता में।
  • - लालचंद कुमार का पदस्थापन हुआ उत्तर-पश्चिम रेलवे जयपुर में। 
  • - हृदयानंद चौधरी का पदस्थापन हुआ पूर्व-मध्य रेलवे हाजीपुर में।
  • - पिंटू कुमार का पदस्थापन हुआ दक्षिण रेलवे मुंबई में।

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