लालू प्रसाद व नीतीश कुमार आतंकवादियों के संरक्षक : सुशील मोदी
भाजपा नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार की सरकार लचर है। सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद व नीतीश कुमार पर वर्ग विशेष के वोट की खातिर आतंकियों को संरक्षण देने का भी आरोप लगाया।
पटना। भाजपा नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने अमित शाह के उस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर महागठबंधन जीता तो पाकिस्तान में पटाखे छोड़े जाएंगे। लालू प्रसाद व नीतीश कुमार पर उन्होंने वर्ग विशेष के वोट की खातिर आतंकियों को संरक्षण देने का भी आरोप लगाया।
सुमो ने कहा कि लालू-नीतीश ने अपने-अपने शासन में एक समुदाय के वोट पर नजर रखकर बिहार को आतंकियों की नर्सरी बना दिया। आतंकियों का मजहब देखकर नरमी बरती गई। उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र समेत पांच राज्यों में बम धमाकों के गुनहगार यासीन भटकल की नेपाल में गिरफ्तारी के बाद बिहार पुलिस ने उसे हिरासत में लेने से इन्कार कर दिया था।
सुमो ने कहा कि भटकल से पूछताछ के लिए पटना से रवाना हुए एडीजी को नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर से ही लौटा लिया। मोस्ट वांटेड आतंकी भटकल को केंद्रीय एजेंसियों को सौंपने से पहले बिहार के डीजीपी ने न पूछताछ की, न रिमांड पर लिया।
उन्होंने कहा कि बीते 25 साल में सीमावर्ती उत्तर बिहार के दर्जन भर जिलों में नई-पुरानी मिलों को चालू कर रोजगार के अवसर तो सृजित किए नहीं गए, लेकिन पूरे इलाके को आतंकवाद की नर्सरी जरूर बना दिया गया। इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी तहसीन अख्तर अलकायदा का लैपटाप लेकर बिहार के मधुबनी, समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर में नौजवानों को गुमराह कर आतंक के बीज बोता रहा। दरभंगा माड्यूल की जानकारी मिलने पर तो बिहार एक खौफनाक ठिकाने के रूप में जाना जाने लगा।
सुमो ने कहा कि नीतीश सरकार की नरमी के चलते चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, सहरसा और पूर्णिया में भी लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी तैयार किए जाते रहे। नीतीश कुमार बताएं कि लश्कर के आतंकी ओमर मदनी की गिरफ्तारी पर बिहार पुलिस को खामोश रहने के निर्देश क्यों दिए गए? बिहार में फसीह महमूद जैसा खूंखार आतंकी क्यों पनपा, जिसे सऊदी अरब में पकड़ा गया? क्या यह बिहार सरकार की नाकामी नहीं है? आतंकवाद पर जीरो-टालरेंस की नीति बिहार सरकार ने क्यों छोड़ दी ?
सुमो के मुताबिक 2013 में भाजपा के बिहार सरकार से हटते ही लालू-नीतीश राज में पनपे दुस्साहसी आतंकियों ने बोधगया और पटना में सीरियल धमाके करा दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाया गया था, लेकिन नीतीश कुमार ने केंद्र की खुफिया चेतावनी के बावजूद सुरक्षा-व्यवस्था में सुराख छोड़ कर आतंकियों का काम आसान बना दिया।
सुमो ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन नीतीश सरकार ने आतंकी को मजहबी नजरिये से देखने की नीति अपनाई। वोट के लिए लालू-नीतीश बिहार क्या, पूरे देश को खतरे में डाल सकते हैं।
सुमो ने कहा कि आज अगर चीन व पाकिस्तान किसी एक आदमी से डरते हैं उसका नाम नरेंद्र मोदी है। नरेंद्र मोदी को कमजोर नहीं होने दें। अगर वे गलती से भी कमजोर हो गए ताे चीन व पाकिस्तान जैसे देशों व आतंकियों के मनोबल बढ़ जाएंगे।