कुशवाहा ने महागठबंधन में मांगी छह सीटें, शरद को बताया देश का सबसे बड़ा नेता
हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा ने शरद यादव से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं ने इसे सामान्य मुलाकात बताया, लेकिन बताया जा रहा है कि इसके गहरे राजनीतिक निहितार्थ हैं।
पटना [राज्य ब्यूरो]। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में अपनी उपेक्षा से आहत राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) सुप्रीमो व केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा अब शरद यादव के जरिए महागठबंधन में सम्मानजनक एंट्री चाह रहे हैं। इसी इरादे से उन्होंने सोमवार को नई दिल्ली में शरद से मुलाकात की। कुशवाहा ने शरद को देश का सबसे बड़ा नेता बताया। बताया जाता है कि कुशवाहा ने शरद के समाने महागठबंधन में अपने लिए छह सीटों की मांग भी रखी। हालांकि, दोनों नेताओं ने इसे सामान्य मुलाकात करार दिया है।
शरद को बताया देश का सबसे बड़ा नेता
कुशवाहा ने कहा कि सामाजिक न्याय के मुद्दे पर शरद से पहले भी उनकी बातचीत होती रही है। शरद देश के सबसे बड़े नेता हैं।
सीएम नीतीश कुमार पर कसे तंज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हमारे विधायक कहीं चले भी जाएं, पार्टी की सेहत पर फर्क नहीं पड़ेगा। हम मुख्यमंत्री नहीं हैं। जनता देख रही है कि किस तरह हमें बर्बाद करने की कोशिश हो रही है, लेकिन हमें तोडऩे वाले खुद टूट जाएंगे। विदित हो कि कुशवाहा की पार्टी के दो विधायकों के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से संपर्क में रहने की चर्चा है।
शरद से मुलाकात को ले बताई ये बात
कुशवाहा ने बताया कि शरद से उनकी न्यायपालिका में ओबीसी को आरक्षण देने के सवाल पर बातचीत हुई। शरद ने भी यही कहा कि सामाजिक न्याय के मसले पर उन दोनों का दिल मिलता है।
लगाए जा रहे ये कयास, महागठबंधन में एंट्री की हुई बात
हालांकि, दोनों नेताओं की मुलाकात का अलग मतलब निकाला जा रहा है। राजग में कुशवाहा लगातार असहज हो रहे हैं। राजद में उनके आने की प्रतीक्षा हो रही है। लेकिन वे राजद के नेताओं से खुलेआम मिलने से परहेज कर रहे हैं। लिहाजा, शरद के जरिए उन्होंने सीटों की बातचीत की। आगे शरद और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बीच मुलाकात प्रस्तावित है।
शरद पिछले सप्ताह ही लालू से मिलने रांची जाने वाले थे। मगर, उस दिन मुलाकातियों की संख्या अधिक होने के कारण मिल नहीं पाए। संभव है कि अगले शनिवार को उनकी लालू से मुलाकात हो।
सूत्रों ने बताया कि शरद यादव अब उपेंद्र कुशवाहा से हुई बातचीत का ब्योरा लालू को देंगे। अगर सीटों की मांग पूरी हुई तो शरद समझौते की चर्चा आगे बढ़ाएंगे।
सूत्रों ने बताया कि कुशवाहा ने रालोसपा के लिए छह सीटों की मांग की है। यह संख्या राजद के लिए अधिक नहीं है। लेकिन यहां भी मामला नागमणि के लिए दो सीटों की मांग पर फंस रहा है। नागमणि को अपने लिए चतरा और पत्नी के लिए जहानाबाद की सीट चाहिए, जबकि अब तक की स्थिति में राजद इन दोनों में से कोई सीट देने को तैयार होगा।