CBSE 10th Result 2018: जानिए टॉपर्स की जुबानी, सफलता की कहानी
सीबीएसई 10 वीं परीक्षा के नतीजे घोषित हो गए हैं। ये नतीजे निर्धारित करेंगे कि वे अपना कैरियर किस क्षेत्र में बनाना चाहते हैं। जानते हैं कुछ टापर्स की जुबानी, उनकी सफलता की कहानी।
पटना [जागरण टीम]। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित होते ही 16 लाख विद्यार्थियों का इंतजार खत्म हो गया। इस बार 10वीं के परीक्षा परिणाम में तिरुवनंतपुरम रीजन 99.60 फीसद के साथ पहले स्थान पर रहा तो चेन्नई 97.37 फीसद के दूसरे और 91.86 के साथ अजमेर को तीसरा स्थान मिला।
सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, इस बार 88.70 फीसद छात्र-छात्राएं पास हुए हैं। इनमें 88.67 फीसद लड़कियां और 85.32 फीसद लड़के पास हुए हैं। एक लाख से अधिक छात्रों को 90 प्रतिशत से ज्यादा नंबर आये हैं।
10वीं के नतीजे कई मायनों में महत्वपूर्ण होता है। छात्र इस परीक्षा के बाद ही ये तय करते हैं कि वे अपना कैरियर किस क्षेत्र में बनाना चाहते हैं। कोई इंजीनियर बनना चाहता है तो कोई डॉक्टर। किसी की तमन्ना आइएएस बनकर समाज सेवा करने की है तो कोई कलाकर बनकर अपने अपने से लाखों-करोड़ों लोगों के दिलों पर राज करने को सोंचता है। जानते हैं कुछ टॉपर की राय की उन्होंने परीक्षा में इतेन अच्छे नंबर कैसे लाये और वे क्या बनना चाहते हैं।
सोनी कुमारी, 98.4 फीसद अंक, गया (बिहार)
सीबीएसई की दसवीं बोर्ड परीक्षा में 98.4 फीसद अंक प्राप्त कर बिहार के गया जिले में टॉपर होने का गौरव हासिल करने वाली डीएवी मेडिकल यूनिट की छात्रा सोनी सिंह कहती हैं कि उन्होंने घंटे के हिसाब से पढ़ाई नहीं
की। जो भी पढ़ा, उस पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित किया। पांच से छह घंटे तक पढ़ती थी, शिक्षकों के मार्गदर्शन का पूरा पालन करती थी। विषय को गंभीरता से समझने के बाद उसी अनुरूप तैयारी की। सिलेबस का पूरा ध्यान रखा और प्रश्नों के पैटर्न को समझा।
सोनी का सपना भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का है। प्लस टू की पढ़ाई साइंस सब्जेक्ट के साथ करेंगी। उनके पिता विनय कुमार सिंह किसान हैं। मां प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में ट्रेनर हैं और सिलाई सिखाती हैं। सोनी अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों को देती हैं।
समर्थ गुप्ता, 98 फीसद अंक, पूर्वी चंपारण
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल स्थित कैंब्रिज पब्लिक स्कूल के छात्र समर्थ गुप्ता ने सीबीएसई बोर्ड 10वीं की परीक्षा में 98 फीसद अंक हासिल किया है। समर्थ का कहना है कि आजकल कोचिंग संस्थानों में जाने का प्रचलन बढ़ गया है। अभिभावक चाहते हैं कि हमारा बच्चा अच्छे कोचिंग संस्थान में पढ़े ताकि उसके नंबर अधिक आये। लेकिन मेरा मानना है कि सेल्फ स्टडी सबसे बेहतर। मैंने कोचिंग की जगह सेल्फ स्टडी को तवज्जो दी। आज नतीजा सबके सामने है।
समर्थ ने अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षक और माता-पिता को दिया है। आगे की योजना पर कहते हैं कि आर्ट्स लेकर पढ़ाई करनी है। मैं यूपीएससी करना चाहता हूं।
मुस्कान ठाकुर, 98.2 फीसद अंक, दरभंगा
बिहार के दरभंगा के होली क्रॉस स्कूल की मुस्कान ठाकुर ने सीबीएसई दसवीं के रिजल्ट में 98.2 फीसद अंक प्राप्त कर जिले में टॉप किया है। स्थानीय रमाबल्लभ जालान महाविद्यालय के व्याख्याता ठाकुर भूपेंद्र किशोर तथा गृहिणी कुमारी रश्मि की पुत्री मुस्कान ने आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती है।