जिस समाज से सुनती थीं ताने, अब उसी की कर रहीं मदद
किन्नर समुदाय को समाज ने कभी सम्मान तो दूर बराबरी का दर्जा भी नहीं दिया लेकिन अब
पटना। किन्नर समुदाय को समाज ने कभी सम्मान तो दूर बराबरी का दर्जा भी नहीं दिया। लेकिन, अब जब कोरोना की मुसीबत से पूरा समाज परेशान है, तब यहीं किन्नर मदद के लिए आगे आए हैं। किन्नर समुदाय की सदस्य और समाजसेवी रेशमा बताती हैं कि लॉकडाउन की वजह से ढेर सारे लोग मुश्किलों में हैं। किसी घर में खाने के लिए दाना नहीं है तो कहीं लोग दवा के लिए परेशान हो रहे हैं। ऐसे लोगों की मदद में उनका समूह लग गया है। इनके समूह के 70 किन्नर राजधानी के जरूरतमंद घरों तक चावल, दाल, आलू और जरूरत का सामान पहुंचा रहे हैं। इनके समूह ने अबतक 70 लोगों को एक महीने का राशन और 200 से ज्यादा लोगों के बीच पुरी-सब्जी का वितरण किया है। रेशमा बताती हैं कि जब भी समाज को जरूरत होगी, उनका समूह मदद के लिए खड़ा रहेगा।
निफ्ट के छात्र मास्क बना मुफ्त में कर रहे वितरण
निफ्ट की 50 छात्र-छात्राएं कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने लिए एंटी बैक्टीरियल मास्क बना रही हैं। ये छात्र-छात्रा अपने घर पर पढ़ाई के साथ-साथ बचे हुए समय में मास्क बनाते हैं। निफ्ट में फैशन डिजाइन के चौथे सेमेस्टर की छात्रा ज्योति प्रिया ने बताया कि तीन दिनों में अब तक सैकड़ों मास्क बनाकर लोगों के बीच बांटे हैं। ज्योति प्रिया ने बताया कि मास्क बनाने में उनके नाना और नानी ने खूब मदद की। निफ्ट के सहायक प्रो. पिटू पंडित बताते हैं कि छात्राएं गर्म पानी में हल्दी और नीम को उबालती हैं और उसमें कॉटन के कपड़े को एक घंटे तक छोड़ दिया जाता है। हल्दी और नीम में प्रकृति के रंग भी हैं और उसमे बैक्टीरिया को रोकने की क्षमता भी है। निफ्ट पटना के निदेशक संजय कुमार ने छात्राओं की इस पहल की सराहना की।