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पटना एयरपोर्ट से दिल्ली के मार्बल व्यवसायी के पुत्रों को उठाया, मिले अहम सुबूत

दिल्ली के मार्बल व्यवसायी के दो पुत्रों का पटना एयरपोर्ट से अपहरण कर लिया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस अपहरण कांड के कई अहम सुराग मिले हैं।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 25 Oct 2016 10:11 AM (IST)Updated: Tue, 25 Oct 2016 06:02 PM (IST)
पटना एयरपोर्ट से दिल्ली के मार्बल व्यवसायी के पुत्रों को उठाया, मिले अहम सुबूत
पटना एयरपोर्ट से दिल्ली के मार्बल व्यवसायी के पुत्रों को उठाया, मिले अहम सुबूत
पटना [जेएनएन]। दिल्ली के मार्बल व्यवसायी बाबूलाल शर्मा के दो बेटों सुरेश शर्मा और कपिल शर्मा के अपहरण के मामले में पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं। उन दोनों अपहृत भाइयों का अंतिम लोकेशन लखीसराय और हवेली खड़गपुर (मुंगेर के पास) के बीच का मिला है। पुलिस की एक जांच टीम आज सुबह पूछताछ के लिए दिल्ली रवाना हो गयी है।
पुलिस को मिली अहम जानकारी के मुताबिक इस अपहरण कांड में किसी ने लाइनर की भूमिका निभाई। यह लाइनर इनका करीबी है और दोनों भाइयों को बिहार में ठेका देने के लिए बुलाया। लाइनर ही इन दोनों को पटना एयरपोर्ट से ले गया। इस हाई प्रोफाइल अपहरण कांड में गठित एसआईटी सूत्रों ने बताया कि दोनों बीते शुक्रवार की रात ये दोनों भाई पटना एयरपोर्ट से निकल गए और परिजनों से भी उनकी बातचीत हुई।
टेंडर की लालच में फंस गए दोनोें भाई
दिल्ली निवासी मार्बल कारोबारी बाबूलाल शर्मा के दोनों बेटे (कपिल शर्मा और सुरेश शर्मा) राज्य सरकार का एक बड़ा टेंडर लेने की लालसा में बुरी तरह फंस गए। पुलिस की एक विशेष टीम ने गुप्त तरीके से शर्मा की कंपनी श्रुतिया कंस्ट्रक्शन से जुड़े लोगों से अलग-अलग माध्यम से पूछताछ की।
पता चला कि घटना से करीब एक सप्ताह पहले से कपिल और सुरेश फोन पर बिहार के एक चर्चित नेता से बात करने का दावा ठोंक रहे थे। ऐसा वे अपने करीबी लोगों को बता रहे थे, हालांकि जब दोनों भाइयों के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली गई तो उसमें किसी नेता का निजी नंबर नहीं मिला। हालांकि इस बाबत अधिकारी कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं।
पिता को बताया था - हम दोनों को पकड़ लिया गया है
पिता बाबू लाल शर्मा को दोनों भाइयों ने फोन कर कहा था कि पटना से दो सौ किलोमीटर पूरब की ओर जा रहे हैं। उसके बाद कपिल ने पिता से कहा कि हम दोनों को पकड़ लिया गया है। कपिल और सुरेश के मोबाइल सीडीआर से पता चला है कि दोनों को फतुहा, बख्तियारपुर, बाढ़, मोकामा होते हुए लखीसराय और फिर हवेली खड़गपुर ले जाया गया। इन इलाकों के अलावा दियारा में भी एसआईटी की चार टीम छापेमारी कर रही है। दो टीम दिल्ली और यूपी भी गई है।
पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी के डिटेल्स
सोमवार को दो वरीय पुलिस अधिकारी फिर पटना एयरपोर्ट पहुंचे और वहां लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। एसआईटी ने नेपाल से सटे बिहार के चार जिलों की पुलिस को भी अलर्ट कर दिया है। पुलिस मुख्यालय, एसटीएफ, पटना पुलिस और एसआईटी इन जिलों की पुलिस के संपर्क में है।
एक माह से चल रही थी साजिश
पुलिने जब दोनों भाइयों के मोबाइल को खंगाला तो पता चला कि एक माह के दौरान इनके पास पांच-छह मोबाइल नंबरों से लगातार फोन आए हैं। पुलिस का कयास है कि एक माह से सुरेश और कपिल के अपहरण की साजिश लाइनर रच रहे थे। यही नहीं लाइनर के मोबाइलों को खंगाला गया तो इन लोगों से भी कइयों की बात हुई है। उनमें चार-पांच संदिग्ध बताए जाते हैं।
चार करोड़ की फिरौती मांगी
भले ही पटना पुलिस अपहर्ताओं द्वारा चार करोड़ की फिरौती की मांग से इनकार करे, लेकिन सूत्रों का कहना है कि घटना के 72 घंटे के बाद भी सुरेश और कपिल के पिता बाबू लाल शर्मा के विभिन्न नंबरों पर फिरौती के कॉल रहे हैं। साइबर सेल की टीम नंबरों की टोह में लगी है। एसएसपी ने कहा कि अपहर्ताओं लाइनर को गिरफ्तार कर मामले का जल्द खुलासा किया जाएगा।
2009 की पुनरावृत्ति तो नहीं!
अनुसंधान के क्रम में जानकारी मिली कि वर्ष 2009 में लोकनायक जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से दिल्ली के एक फिल्म निर्माता का अपहरण हुआ था। उसे रेलवे पर डॉक्यूमेंट्री बनाने के लिए मोटी रकम देने का प्रलोभन देकर बुलाया गया था। इस बाबत हवाई अड्डा थाने में कांड संख्या 34/09 दर्ज हुआ था।
पढ़ेंः इस शख्स को लगता इंटरनेट का करंट, बुरी तरह कांपता शरीरपुलिस ने अपहृत को मुक्त कराने के साथ कुछ बदमाशों को भी गिरफ्तार किया। फिल्म निर्माता ने कोर्ट में बयान दिया था कि अपहरणकर्ताओं ने उसकी बात एक पार्टी के अध्यक्ष से करवाई थी। पड़ताल में जानकारी मिली कि बदमाशों ने फतुहा के गोविंद यादव से उपरोक्त नेता की आवाज में बात कराई। गोविंद कई नेताओं की मिमिक्री कर लेता है।
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अपहरणकर्ताओं ने खूब बुना ताना-बाना
बाबूलाल का बिहार से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं रहा है, फिर भी उनके बेटे यहां कारोबार करने आए। इससे अंदेशा है कि अपहरणकर्ताओं ने उन्हें लुभाने के लिए खूब ताना-बाना बुना होगा। लगभग एक महीने से अपहरणकर्ता उनके संपर्क में थे। दो शहरों में बदमाशों ने व्यापारी भाइयों के साथ मीटिंग की। कयास है कि इसी दौरान उन्हें मोबाइल पर कथित नेता से बात कराई गई। इस कांड में भी गोविंद की संलिप्तता हो सकती है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

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