बाढ़ में जूनियर नेशनल रग्बी खिलाड़ी की गोली मारकर हत्या
बेखौफ बदमाशों ने एक बार फिर पुलिस को खुली चुनौती दे डाली है।
पटना (बाढ़)। बेखौफ बदमाशों ने एक बार फिर पुलिस को खुली चुनौती दे डाली है। बाढ़ के चर्च रोड के पास मंगलवार की सुबह सरेराह बदमाशों ने जूनियर नेशनल रग्बी खिलाड़ी जैकी कुमार (18) को गोली मार दी। गोली चलने से इलाके में अफरातफरी मच गई। बदमाश भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गए। एएसपी बाढ़ लिपि सिंह और थानेदार संजीत कुमार सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गए। घायल जैकी को अनुमंडल अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गोली उसके सीने में लगी थी। पोस्टमॉर्टम कराने के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया। ग्रामीण एसपी संजय कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
: घटनास्थल के पास ही मौजूद थे स्कूली छात्र :
जैकी के परिजन बाढ़ के तालिमपुर गौरीशकर के पास किराये के मकान मे रहते हैं। रग्बी खिलाड़ियों पर फिल्म बनाने के लिये लंदन से कुछ लोग आ रहे थे। फिल्म के लिये रग्बी खिलाड़ियों का चयन किया जाना था। इसी को लेकर खिलाड़ियों को बुलाया गया था। सुबह जैकी को एक व्यक्ति ने फोन कर चर्च स्कूल में बुलाया। इसके बाद वह सफेद रंग की अपाची बाइक पर सवार होकर स्कूल जा रहा था। जैसे ही वजह चर्च रोड के पास पहुंचा, पूर्व से घात लगाए बदमाशों ने सामने से आकर सीने में गोली मार दी। सुबह की घटना होने के कारण उस क्षेत्र मे छात्र-छात्राओं की भीड़ थी। वारदात के बाद बदमाश भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गए।
: संचार सेवा ठप, पुलिस को देर से मिली सूचना :
मोबाइल सेवा नेटवर्क ठप होने की वजह से स्थानीय लोग पुलिस को सूचना देने में विफल रहे। किसी ने थाने पर पहुंच गोली चलने की सूचना दी। जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो जैकी की धड़कन चल रही थी। हालांकि जब पुलिस उसे अस्पताल ले गई तो चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। थोड़ी देर में ही मृतक के परिजन भी अनुमंडल अस्पताल पहुंच गए।
फर्नीचर की दुकान में काम करते हैं पिता :
जैकी के पिता राजाराम फर्नीचर की दुकान में कारीगर हैं। उनके तीन पुत्र और एक बेटी है। तीन पुत्रों में जैकी मंझला है। वह इसी वर्ष इंटर की परीक्षा में सफल हुआ था। बड़ा भाई कोई काम नहीं करता है और छोटा भाई अभी पढ़ाई कर रहा है। पिता की कमाई से ही घर चल रहा था। पिता वर्षो से बाढ़ शहर के तालिमपुर गौरी शकर स्थित किराये के मकान मे परिवार के साथ रहते हैं। बाढ़ बाजार मे ही उसके नाना भी रहते हैं। जैकी की प्रतिभा को देखकर गरीबी में जीवनयापन करने के बाद भी उसके पिता उसेआगे बढ़ने में हरसंभव मदद कर रहे थे। इसकी वजह से ही उसे नेशनल गेम मे शामिल होने का मौका मिला। उसकी मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है।
: नेशनल गेम में जैकी ने लिया था भाग :
रग्बी खेल से जुड़े सौरभ कुमार ने बताया कि 2018 में उड़ीसा के भुवनेश्वर मे जूनियर रग्बी नेशनल गेम में जैकी ने भाग लिया था। क्वार्टर फाइनल में में वह बाहर हो गया था। रग्बी के कई मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने के कारण वह पूर्व में सम्मानित हो चुका है। रग्बी खिलाड़ियों के अनुसार वह इस खेल का उभरता हुआ सितारा था।