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पटना से भी टेक-ऑफ करेंगे जंबो जेट विमान! बिहटा में नए एयरपोर्ट का रास्ता साफ

केंद्रीय नागरिक उड्डयन सचिव आरएन चौबे व उप सचिव अरूण कुमार तथा बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के बीच गुरुवार को हुई बैठक में पटना में एयरपोर्ट के मसले पर चर्चा हुई। बैठक के बाद सभी अधिकारी नए एयरपोर्ट के लिए प्रस्तावित जमीन देखने बिहटा गए।

By Amit AlokEdited By: Published: Thu, 07 Apr 2016 04:14 PM (IST)Updated: Thu, 07 Apr 2016 11:07 PM (IST)
पटना से भी टेक-ऑफ करेंगे जंबो जेट विमान! बिहटा में नए एयरपोर्ट का रास्ता साफ

पटना। बिहार में बड़े विमानों की लैंडिंग एक समस्या है। कारण पटना एयरपोर्ट के रनवे का छोटा होना है। लेकिन, अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्दी ही यहां बड़े-बड़े जंबो जेट विमान लैंड व टक-ऑफ करेंगे। इसके लिए पटना के निकट बिहटा में बड़े एयरपोर्ट के निर्माण की योजना पाइपलाइन में है।

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केंद्रीय नागरिक उड्डयन सचिव आरएन चौबे व उप सचिव अरूण कुमार तथा बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के बीच गुरुवार को हुई बैठक में पटना में एयरपोर्ट के मसले पर चर्चा हुई। बैठक के बाद सभी अधिकारी नए एयरपोर्ट के लिए प्रस्तावित जमीन देखने बिहटा गए।

वायुसेना ने सिविलियन ऑपरेशन की दी अनुमति

इसके बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन सचिव आरएन चौबे ने बताया कि पटना के वर्तमान एयरपोर्ट का विस्तार किया जाएगा। साथ ही बिहटा में नए व बड़े एयरपोर्ट के निर्माण का रारूता भी साफ हो गया है। वायुसेना ने वहां सिविलियन ऑपरेशन की अनुमति दे दी है। अब राज्य सरकार के जमीन उपलब्ध कराने के बाद निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा।

नया एयरपोर्ट ही समस्या का समाधान

वर्तमान जयप्रकाश नारायण अंततराष्ट्रीय के पास जमीन की कमी है। वर्तमान एयरपोर्ट के स्थान पर नए एयरपोर्ट का निर्माण ही इसका स्थायी समाधान माना जाता रहा है। इस बीच वर्तमान एयरपोर्ट पर विमान परिचालन में आ रही दिक्कतों को दूर करने का भी प्रयास किया जा रहा है।

जमीन की कमी बनी बाधा

विकल्प के रूप में 2010 के बाद से नए एयरपोर्ट निर्माण की बात में तेजी आई। इस बीच देश में लगभग दर्जन भर एयरपोर्ट के आधुनिकीकरण की योजना बनी। इसमें पटना एयरपोर्ट के लिए राशि भी आवंटित कर दी गई। इस योजना के तहत जहां अन्य हवाई अड्डों की सूरत बदल गई, वहीं पटना एयरपोर्ट जस का तस बना रहा। जमीन की उपलब्धता नहीं होने की वजह से इस योजना को अमली जामा पहनाना संभव नहीं हो सका।

बाजार कीमत पर जमीन देने को राजी सरकार

विमान प्राधिकरण चाहता है कि राज्य सरकार उसे टोकन राशि अथवा न्यूनतम कीमत पर जमीन उपलब्ध करा दे। प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो राज्य सरकार इसके लिए राजी नहीं है। वह इसके लिए बाजार कीमत चाहती है। यदि ऐसा किया जाए तो इस मद में एक बड़ी राशि खर्च करनी पड़ेगी। साथ ही एयरपोर्ट निर्माण पर आने वाला खर्च बजट से बाहर हो जाएगा।

नए एयरपोर्ट से राज्य को होगा सीधा फायदा

एयरपोर्ट अधिकारियों की मानें तो नया एयरपोर्ट विकसित होने का सीधा फायदा राज्य व यहां की सरकार को होगा। हवाई यात्रा की स्थिति बेहतर होने से निवेश के अवसरों में वृद्धि होगी और यह बात राज्य के विकास में सहायक होगी। वहीं राज्य सरकार की सोच इससे इतर है। वह नए एयरपोर्ट निर्माण के लिए हर संभव मदद देने को तैयार है, लेकिन अपने खजाने से जमीन उपलब्ध कराने में असमर्थ बताती है।

दीर्घकालीन और अल्पकालीन उपायों पर विमर्श

गुरुवार को नागरिक उड्डयन सचिव और बिहार के मुख्य सचिव के बीच होने वाली बैठक में विमान आवागमन को बेहतर बनाने के दीर्घकालीन और अल्पकालीन उपायों पर विस्तृत विमर्श किया गया। अल्पकालीन उपायों में वर्तमान एयरपोर्ट की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए पश्चिमी सिरे पर स्थित भूमि मुहैया कराने की बात है। दीर्घकालीन नीति में नए एयरपोर्ट के निर्माण के लिए भूमि उपलब्धता पर बात हुई।

बिहटा में जमीन का किया निरीक्षण

बैठक के बाद सभी अधिकारी बिहटा गए। वहां उन्होंने एयरपोर्ट के लिए प्रस्तावित जमीन का निरीक्षण किया। एेसे में इस संभावना को बल मिल रहा है कि पटना का नया एयरपोर्ट बिहटा में बनेगा।


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