जज ने बेटी को दी प्यार करने की सजा, कोर्ट ने कहा-लड़की को गेस्ट हाउस में रखो
जज को पता चला कि बेटी को सुप्रीम कोर्ट के वकील से प्यार है। आरोप है कि इसके बाद उन्होंने बेटी से मारपीट की तथा उसे घर में नजरबंद कर दिया। मामले पर पटना हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है।
पटना [जेएनएन]। खगड़िया जिले के सेशन कोर्ट के जज द्वारा अपनी ही बेटी को बंधक बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक लीगल न्यूज वेबसाइट में शनिवार को प्रकाशित इस खबर के बाद पटना हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक जज की बेटी 24 वर्षीय लॉ ग्रैजुएट,यशस्विनी सुप्रीम कोर्ट के एक वकील के साथ रिलेशनशिप में हैं। आरोप है कि इससे नाराज जज सुभाष चंद्र चौरसिया ने उनके साथ मारपीट कर घर पर ही उन्हें बंधक बना लिया है।
लड़की ने हाईकोर्ट में शादी करने की बात कही
खगड़िया जिला जज की बेटी को लेकर पटना हाईकोर्ट में आज सुनवाई हुई जिसमें बेटी को कोर्ट ने लॉ यूनिवर्सटी के गेस्ट हाउस में रखने का निर्देश दिया है और उसे सारी सुविधाएं देने का निर्देश दिया है। लड़की ने हाईकोर्ट में ही शादी करने की बात कही है। हाईकोर्ट ने लड़की को स्वतंत्रता देने का भी निर्देश दिया है। इस मामले में 12 जुलाई को सुनवाई होगी।
हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान, पुलिस को दिए आदेश
इस मामले में सोमवार को पटना हाईकोर्ट में सुनवाई हुई जिसमें चीफ जस्टिस राजेंद्र मेनन की खंडपीठ ने मामले पर नाराजगी जताते हुए एसएसपी पटना को टीम गठित करने का आदेश दिया है। टीम में दो महिला अधिकारियों को भी शामिल करने का आदेश दिया गया है। मामले पर कल फिर सुनवाई की जाएगी।
इसके साथ ही कोर्ट ने खगड़िया जिला जज की बेटी को पेश मंगलवार को 12.15 बजे चीफ जस्टिस राजेंद्र मेनन के चेंबर में पेश करने का आदेश दिया है। घटना पर पटना हाई कोर्ट ने नाराजगी भी जताई है।
जज की बेटी और सुप्रीम कोर्ट के वकील के बीच हुई दोस्ती, फिर प्यार
पटना स्थित चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल करनेवाली 24 वर्षीया यशस्विनी वर्ष 2012 में पहली बार साकेत कोर्ट कॉम्प्लेक्स में इंटर्नशिप के दौरान सिद्धार्थ बंसल से मिली थीं। वे सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं। इसके बाद यशस्विनी छह मई को दिल्ली जुडिशियल सर्विस की परीक्षा देने के लिए अपनी मां के साथ गयी थी, वहां सिद्धार्थ भी यशस्विनी से मिलने आया। दोनों होटल के बाहर एक-दूसरे से मिले।
मां को पता चला तो बीच में छुड़वा दी परीक्षा
मां को जब दोनों के बीच अफेयर होने की बात पता चली तो वे यशस्विनी को बिना परीक्षा दिलाये वापस खगड़िया लेकर लौट आयी। आरोप है कि खगड़िया लौटने पर यशस्विनी को मारा-पीटा गया और उसके मोबाइल से ही सिद्धार्थ को फोन कर लड़की के रोने की आवाज सुनायी गयी। वहीं, प्रेमिका की स्थिति भांप कर सिद्धार्थ वरिष्ठ सहयोगियों के साथ खगड़िया आकर उसके पिता से 25 मई को मिले।
वकील ने प्रेमिका को बचाने की लगाई गुहार
अंतरजातीय होने के कारण सिद्धार्थ से विवाह के लिए यशस्विनी के पिता तैयार नहीं थे। हालांकि, बताया जाता है कि उन्होंने सिद्धार्थ के समक्ष सिविल सर्वेंट या जज बनने की शर्त रखी। इसके बाद, खगड़िया से लौट कर सिद्धार्थ पटना आये और बिहार पुलिस के मुखिया केएस द्विवेदी से मिल कर सारी बातों से अवगत कराया।
डीजीपी ने की मामले की पुष्टि
डीजीपी ने बताया है कि बेगूसराय में रिव्यू मीटिंग के दौरान दिल्ली के अधिवक्ता मिले थे। साथ ही उन्होंने खगड़िया की आरक्षी अधीक्षक से मामले को देखने को कहा। इस संबंध में खगड़िया की महिला पुलिस थाना प्रभारी ने भी कहा है कि सिद्धार्थ ने लड़की को बचाने के लिए लिखित शिकायत दी है। उसके बाद वह जज के आवास पर लड़की से मिली हैं। उन्होंने बताया है कि लड़की ने उनसे कहा है कि वह खुश है।