'अनुसूचित जाति के लिए हो अलग वोटर लिस्ट', मांझी ने कहा- सवर्ण और पिछड़ी जाति के वोटर हमारा अधिकार छीनते हैं
HAM सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने अनुसूचित जाति के लिए अलग वोटर लिस्ट की मांग की है। उनका कहना है कि सवर्ण और पिछड़ी जाति के वोटर अनुसूचित जाति के अधिकार ...और पढ़ें

जीतनराम मांझी। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, पटना। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि जब तक अनुसूचित जाति के लिए अलग मतदाता सूची नहीं होगी, तब तक दलितों का उद्धार नहीं होगा।
पटना में अपने आवास पर बाबा साहब भीम राव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में Jitan Ram Manjhi ने कहा कि सवर्ण और पिछड़ी जाति के वोटर संख्या में कम हैं, मगर वह हमारा अधिकार छीनते हैं, इसलिए अलग मतदाता सूची जरूरी है।
यह बात भीमराम आंबेडकर ने ही पूना पैक्ट के समय कही थी, मगर इस पर कोई बात नहीं होती। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने बौद्ध धर्म अपनाया था क्योंकि वह जाति-विहीन समाज चाहते थे।
मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर पटना हाई कोर्ट के निकट बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा प्रांगण में राजकीय समारोह आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाबा साहेब की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री स्रमाट चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष डा. प्रेम कुमार, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, सांसद संजय कुमार झा सहित अन्य सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेदकर को नमन कर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
इस अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने भजन-कीर्तन, बिहार गीत के साथ बाबा साहेब की जीवनी पर आधारित गीतों का गायन कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
बाबा साहेब का मार्गदर्शन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत: जायसवाल
भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर भाजपा अनुसूचित मोर्चा द्वारा पटना के चितकोहरा स्थित आंबेडकर चौक पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में जायसवाल ने बाबा साहेब के जीवन-संघर्ष, सामाजिक न्याय की परिकल्पना तथा समानता-आधारित भारत निर्माण के उनके अमर संकल्पों को साझा किया।
उन्होंने कहा, बाबा साहेब ने सामाजिक समरसता, संवैधानिक मर्यादाओं और मानवाधिकारों के संरक्षण हेतु जो मार्गदर्शन दिया है, वह हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाना और उन्हें व्यवहार में उतारना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
जायसवाल ने कहा कि महापरिनिर्वाण दिवस उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का समारोह है। केंद्र की एनडीए सरकार हो या बिहार की सरकार, हमारी योजनाएं बाबा साहेब के सपनों को पूरा करने के लिए तत्पर है। एनडीए न केवल संविधान का सम्मान करती है बल्कि संविधान सम्मत कार्य भी करती है।

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