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झारखंड और यूपी के मुख्‍यमंत्रियों को बिहार में लगा कोविड का टीका! कश्‍मीर कनेक्‍शन से उड़े अधिकारियों के होश

उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ व झारखंड के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने‍ बिहार आकर लगवाया कोरोना का टीका राबड़ी देवी और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय ने भी एक साथ लिया पहला डोज पूरा मामला आप भी जान लीजिए...

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 08:02 AM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 02:54 PM (IST)
झारखंड और यूपी के मुख्‍यमंत्रियों को बिहार में लगा कोविड का टीका! कश्‍मीर कनेक्‍शन से उड़े अधिकारियों के होश
अरवल के बाद अब गया में कोविड टीकाकरण में फर्जीवाड़ा। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना/गया, जागरण टीम। बिहार में कोविड जांच और टीकाकरण का अभियान सवालों के घेरे में आने लगा है। अरवल जिले में आटीपीसीआर जांच कराने वालों की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बालीवुड अभिनेत्री प्र‍ियंका चोपड़ा का नाम शामिल होने मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि गया जिले में कोविड टीकाकरण कराने वालों की सूची ने हंगामा खड़ा कर दिया है। गया जिले के टिकारी अनुमंडलीय अस्‍पताल में कोविड टीके की पहली डोज लेने वालों की सूची में राज्‍य की पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, विधायक गोपाल मंडल के साथ ही झारखंड और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री क्रमश: हेमंत सोरेन व योगी आदित्यनाथ का नाम शामिल है।

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साइबर अपराध का मामला दर्ज

अरवल जिले में हुई गड़बड़ी के लिए प्राथमिक तौर पर दो डाटा इंट्री आपरेटरों को जिम्‍मेदार ठहरा कर उन्‍हें हटा दिया गया है। इस मामले में जांच भी शुरू कर दी गई है। यह मामला अभी गर्म ही है कि गया जिले के टिकारी में भी ऐसी ही गड़बड़ी सामने आ गई। टिकारी अनुमंडलीय अस्‍पताल से फीड किए गए डाटा में मंगलवार की दोपहर सामने आई। इसके बाद तो अस्पताल के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। इस मामले में अस्‍पताल के उपाधीक्षक डा. विश्‍वमूर्ति मिश्रा ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए साइबर अपराध की संभावना जताई है। उनके मुताबिक साइबर अपराधियों ने इस कृत्‍य को अंजाम दिया है।

कश्‍मीर से भी जुड़ा कनेक्‍शन

गया के सिविल सर्जन डा. कमल किशोर राय ने भी इसे साइबर हैकरों की करतूत बताया है। डीपीएम निलेश कुमार के मुताबिक स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की जांच में एक संदिग्‍ध मोबाइल नंबर हाथ लगा है। इस नंबर पर काल किए जाने पर रिसीव करने वाले शख्‍स ने खुद को जम्मू कश्मीर का निवासी बताया है। कोविन पोर्टल पर गलत डाटा दर्ज करने के लिए वोटर आइडी के विकल्‍प का इस्‍तेमाल किया गया।

मोदी, शाह के साथ प्रियंका चोपड़ा का नाम आरटीपीसीआर जांच सूची में

27 अक्टूबर को अरवल जिले के करपी प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आरटीपीसीआर जांच कराने वाले लोगों में देश के प्रधानमंत्री से लेकर अन्य नामचीन लोगों का नाम सूची में शामिल होने से लोग अचंभित हैं। जांच सूची में नरेंद्र मोदी, अमित शाह और प्रियंका चोपड़ा का नाम दर्ज है। इस मामले में दो डाटा इंट्री आपरेटरों प्रवीण कुमार और विनय कुमार को नौकरी से हटा दिया गया है। हालांकि दोनों आपरेटरों ने इस मामले में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अधिकारी पर ही दबाव बनाकर गलत डाटा दर्ज कराने का आरोप लगाया है। आपको बता दें कि कई जिलों में कोविड का डाटा दर्ज करने के लिए अस्‍थायी तौर पर दैनिक पारिश्रमिक के आधार पर आपरेटरों को बहाल किया गया है। ये आपरेटर निजी एजेंसी की ओर से आउटसोर्स किए गए हैं।


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