मांझी ने NDA में अपने भविष्य को लेकर खत्म की अटकलें, बतौर मुख्यमंत्री खुद के लिए 34 फैसलों को कराएंगे लागू
Bihar Politics लगातार अपने बयानों से बिहार की राजनीति में हलचल मचाने वाले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अब नया धमाका किया है। उन्होंने कहा है कि वे उन सभी 34 फैसलों को लागू कराएंगे जो उन्होंने बिहार का मुख्यमंत्री रहते लिये थे।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: लगातार अपने बयानों से बिहार की राजनीति में हलचल मचाने वाले हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अब नया धमाका किया है। उन्होंने कहा है कि वे उन सभी 34 फैसलों को लागू कराएंगे, जो उन्होंने बिहार का मुख्यमंत्री रहते लिये थे। गौरतलब है कि उनके ये फैसले नीतीश कुमार के फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद वापस ले लिये गए थे। इसी के साथ मांझी ने बिहार में एनडीए में अपने भविष्य को लेकर भी अटकलों को विराम दे दिया है।
कहा- गरीबों के मुद्दे उठाते रहेगी उनकी पार्टी
हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को तमाम राजनीतिक कयासों को दरकिनार करते हुए कहा कि वह एनडीए में हैं और एनडीए में ही रहेंगे। गुरुवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की वर्चुअल बैठक में मांझी ने कहा कि पार्टी सरकार में रहकर सकारात्मक सोच के साथ दलित और गरीबों के मुद्दे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने उठाती रहेगी।
पढ़े-लिखे बेरोजगारों को भत्ता देने की मांग
मांझी ने कहा कि हमने अपने मुख्यमंत्री काल में जो 34 निर्णय लिए थे उन निर्णयों को सरकार माने, इसके लिए भी हमें प्रयास करना है। उन्होंने वृद्धा पेंशन 400 से बढ़ाकर 1000 रुपये करने और 20 से 40 वर्ष के पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं को पांच हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने की मांग की और जल्द ही सीएम से मिलकर इसका आग्रह करने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान को ठेस लगे ऐसा नहीं होगा।
दलित परिवारों को टीकाकरण के लिए किया प्रेरित
मांझी ने दलित परिवार और गरीब परिवार के लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के लिए वीडियो भी जारी किया। साथ ही कार्यकर्ताओं को दलित और गरीब बस्तियों में जाकर लोगों को जागरूक करने की अपील की। वर्चुअल बैठक में पूर्व मंत्री पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव व मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन, डॉ अनिल कुमार, विधायक ज्योति मांझी, प्रफुल्ल मांझी, बीएल वैश्यन्त्री, प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान, रामेश्वर यादव, देवेंद्र मांझी आदि उपस्थित थे।