तेजप्रताप को ले जदयू ने दी तेजस्वी को नसीहत-बउआ, रामचरित मानस पढिए
तेजप्रताप यादव के घर से दूर रहने के मामले में अब जदयू ने तेजस्वी को रामचरित मानस पढ़ने की सलाह दी है औऱ कहा है कि भरत से सीख लीजिए।
पटना, जेएनएन। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने कोर्ट में अपने पत्नी से तलाक के लिए अर्जी दी है और इस मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने तेजप्रताप यादव की पत्नी एेश्वर्या राय को आठ जनवरी को कोर्ट में अपनी बात कहने के लिए तलब किया है।
अदालत में तलाक की अर्जी दिए जाने के बाद से ही तेजप्रताप घर से बाहर हैं और घर नहीं लौट रहे हैं। इस मामले पर जदयू ने शनिवार को लालू के छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए रामचरितमानस की याद दिलाई है और उन्हें भरत से सीख लेने की नसीहत दी है।
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने शनिवार को कहा कि सत्ता गंवाने के बाद भी तेजस्वी की आत्मा नहीं जागी। अब उन्हें अपने बड़े भाई से भी आंख मिलाने से डर लगने लगा है।
उन्होंने तेजस्वी को रामचरित मानस से सीख लेने की नसीहत देते हुए कहा, “याद कीजिए, जब छोटे भाई भरत को अयोध्या का राजा बनाया गया था, तब वे वनवास गए बड़े भाई राम को वन से वापस लाने गए थे।”
जदयू नेता ने तेजस्वी को जाकर बड़े भाई को घर लाने की सलाह देते हुए कहा, “यही नैतिकता है। एक कोशिश तो कीजिए।”
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव द्वारा अदालत में तलाक की अर्जी दिए जाने के बाद घर नहीं लौटने पर जदयू ने शनिवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को नैतिकता का पाठ पढ़ाया। जदयू ने तेजस्वी को रामचरितमानस की याद दिलाते हुए उन्हें भरत से सीख लेने की नसीहत दी है।
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने शनिवार को कहा कि सत्ता गंवाने के बाद भी तेजस्वी की आत्मा नहीं जागी। अब उन्हें अपने बड़े भाई से भी आंख मिलाने से डर लगने लगा है।
उन्होंने तेजस्वी को रामचरित मानस से सीख लेने की नसीहत देते हुए कहा, ‘याद कीजिए, जब छोटे भाई भरत को अयोध्या का राजा बनाया गया था, तब वे वनवास गए बड़े भाई राम को वन से वापस लाने गए थे। जदयू नेता ने तेजस्वी को जाकर बड़े भाई को घर लाने की सलाह देते हुए कहा, ‘यही नैतिकता है। एक कोशिश तो कीजिए।