मिशन 2019: असम नागरिकता बिल के खिलाफ JDU, फरवरी में तय करेगा LS उम्मीदवार
लोकसभा चुनाव को लेकर जदयू की बैठक में कई निर्णय लिए गए। बैठक में क्या हुआ।
By Rajesh ThakurEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 05:11 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jan 2019 10:58 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। लोकसभा चुनाव के लिए जदयू अपने प्रत्याशियों का चयन फरवरी के अंत तक कर लेगा। पार्टी असम नागरिकता संशोधन विधेयक का भी विरोध करेगा। जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की रविवार को संपन्न बैठक में ये फैसले लिए गए।
प्रत्याशी चयन के लिए जदयू ने बनाई तीन सदस्यीय कमेटी
आगामी लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन के लिए जदयू ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है, जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव और जल संसाधन मंत्री ललन सिंह शामिल हैं। पार्टी ने हालांकि बिहार से बाहर के लिए एक नाम रविवार को ही तय कर दिए। लक्षद्वीप में जदयू लोकसभा चुनाव लड़ेगा और वहां केपी मोहम्मद सादिक पार्टी के प्रत्याशी होंगे।
जदयू के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी और राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा ने बताया कि संसद का बजट सत्र समाप्त होने के बाद जदयू अपने प्रत्याशियों के नाम तय कर लेगा। यह फैसला भी हो जाएगा कि जदयू तालमेल में जिन 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगा, वे सीटें कौन सी होंगी।
राम मंदिर, धारा 370 व समान आचार संहिता को ले अपने पुराने स्टैंड पर जदयू
उन्होंने बताया कि एनडीए में शामिल जदयू राम मंदिर, अनुच्छेद 370 और समान आचार संहिता जैसे संवेदनशील मुद्दों पर अपने पुराने स्टैंड पर कायम है। राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद का हल या तो आपसी सहमति से निकाला जाए, या सुप्रीम कोर्ट का आदेश स्वीकार्य हो। अनुच्छेद 370 के साथ छेड़छाड़ नहीं हो और समान आचार संहिता के संबंध में सभी स्टेक होल्डर से विमर्श कर कोई फैसला लिया जाए।
असम नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करेगा जदयू
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि जदयू असम नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करेगा। संसद में इस बिल के संबंध में कांग्रेस के स्टैंड की निंदा भी की गई। कांग्रेस ने संसद में इस बिल के सीधे विरोध की बजाय अनुपस्थित रहने की रणनीति अपनाई थी।
यह फैसला हुआ कि पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल 22-24 जनवरी को असम का दौरा करेगा और इस सिलसिले में असम गण परिषद और ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के नेताओं से मिलेगा। इस विधेयक के खिलाफ जारी इनके आंदोलन को जदयू समर्थन देगा। प्रतिनिधि मंडल में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर, प्रधान राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी, राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद और जदयू के नार्थ ईस्ट एक्जेक्यूटिव काउंसिल के संयोजक एनएसएन लोथा शामिल होंगे।
फरवरी के अंत में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
यह फैसला भी लिया गया कि चुनावी रणनीति तय करने के लिए फरवरी के अंतिम सप्ताह में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पटना में आयोजित की जाएगी। बैठक में प्रशांत किशोर, पवन वर्मा, केसी त्यागी, आफाक अहमद, अनिल हेगड़े, एनएसएन लोथा, वशिष्ठ नारायण सिंह, बिजेंद्र प्रसाद यादव, ललन सिंह, श्याम रजक, संजय झा, राम सेवक सिंह, रवींद्र सिंह एवं संजय वर्मा मौजूद थे। राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह दिल्ली में आंख का इलाज कराने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके।
प्रत्याशी चयन के लिए जदयू ने बनाई तीन सदस्यीय कमेटी
आगामी लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन के लिए जदयू ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है, जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव और जल संसाधन मंत्री ललन सिंह शामिल हैं। पार्टी ने हालांकि बिहार से बाहर के लिए एक नाम रविवार को ही तय कर दिए। लक्षद्वीप में जदयू लोकसभा चुनाव लड़ेगा और वहां केपी मोहम्मद सादिक पार्टी के प्रत्याशी होंगे।
जदयू के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी और राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा ने बताया कि संसद का बजट सत्र समाप्त होने के बाद जदयू अपने प्रत्याशियों के नाम तय कर लेगा। यह फैसला भी हो जाएगा कि जदयू तालमेल में जिन 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगा, वे सीटें कौन सी होंगी।
राम मंदिर, धारा 370 व समान आचार संहिता को ले अपने पुराने स्टैंड पर जदयू
उन्होंने बताया कि एनडीए में शामिल जदयू राम मंदिर, अनुच्छेद 370 और समान आचार संहिता जैसे संवेदनशील मुद्दों पर अपने पुराने स्टैंड पर कायम है। राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद का हल या तो आपसी सहमति से निकाला जाए, या सुप्रीम कोर्ट का आदेश स्वीकार्य हो। अनुच्छेद 370 के साथ छेड़छाड़ नहीं हो और समान आचार संहिता के संबंध में सभी स्टेक होल्डर से विमर्श कर कोई फैसला लिया जाए।
असम नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करेगा जदयू
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि जदयू असम नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करेगा। संसद में इस बिल के संबंध में कांग्रेस के स्टैंड की निंदा भी की गई। कांग्रेस ने संसद में इस बिल के सीधे विरोध की बजाय अनुपस्थित रहने की रणनीति अपनाई थी।
यह फैसला हुआ कि पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल 22-24 जनवरी को असम का दौरा करेगा और इस सिलसिले में असम गण परिषद और ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के नेताओं से मिलेगा। इस विधेयक के खिलाफ जारी इनके आंदोलन को जदयू समर्थन देगा। प्रतिनिधि मंडल में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर, प्रधान राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी, राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद और जदयू के नार्थ ईस्ट एक्जेक्यूटिव काउंसिल के संयोजक एनएसएन लोथा शामिल होंगे।
फरवरी के अंत में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
यह फैसला भी लिया गया कि चुनावी रणनीति तय करने के लिए फरवरी के अंतिम सप्ताह में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पटना में आयोजित की जाएगी। बैठक में प्रशांत किशोर, पवन वर्मा, केसी त्यागी, आफाक अहमद, अनिल हेगड़े, एनएसएन लोथा, वशिष्ठ नारायण सिंह, बिजेंद्र प्रसाद यादव, ललन सिंह, श्याम रजक, संजय झा, राम सेवक सिंह, रवींद्र सिंह एवं संजय वर्मा मौजूद थे। राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह दिल्ली में आंख का इलाज कराने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके।
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