JDU कार्यकर्ता सम्मेलन में CM नीतीश का लालू परिवार पर निशाना, बोले- हमने हटाया जंगल राज
विधानसभा चुनाव को देखते हुए रविवार को पटना के गांधी मैदान में जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ। इसके साथ पार्टी के विधानसभा चुनाव की तैयारियों का औपचारिक आगाज हुआ।
पटना, जागरण टीम। जनता दल यूनाइटेड (JDU) अपने वृहत कार्यकर्ता सम्मेलन (Workers Summit) के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना के गांधी मैदान (Patna Gandhi Maidan) से पार्टी के विधानसभा चुनाव अभियान (Bihar Assembly Election Campaign) का विधिवत आगाज किया। संयोग यह है कि एक मार्च को मुख्यमंत्री (CM) व जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का जन्मदिन (Birthday) भी है।
कार्यकर्ता सम्मेलन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में अपराध घटने तथा न्याय के साथ विकास (Development with Justice) की बात कही। बताया कि उनका दायित्व सबों की सेवा करना है। उन्होंने विधानसभा चुनाव में दो सौ से अधिक सीटें जीतने का दावा किया तथा तेजस्वी से हालिया दो मुलाकातों पर कोई भ्रम नहीं फैलाने की नसीहत दी। आरजेडी के 15 साल के पिछले शासन से अपने शासन की तुलना करते हुए उन्होंने लालू प्रसाद यादव व उनके परिवार पर जमकर निशाना साधा।
एक दशक में दूसरी बार जन्मदिन के दिन सम्मेलन
विदित हो कि एक दशक के दौरान यह दूसरा मौका है जब नीतीश कुमार ने एक मार्च काे अपने जन्मदिन के अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया। इससे पहले 2015 में भी एक मार्च को जेडीयू का कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ था। '2020 फिर से नीतीश' के नारे के साथ आयोजित रविवार के सम्मेलन में दो लाख कार्यकर्ताओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने क्या कहा, डालते हैं नजर
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ठीक पांच साल पहले इसी गांधी मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ था। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में सबों की अहम भूमिका होगी। पार्टी की सभी कमेटियां काम करेंगी। उन्होंने सांसद बैद्यनाथ प्रसाद के निधन पर शोक भी प्रकट किया।
जंगलराज हटाकर स्थापित किया कानून का राज
जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने पहले के लालू-राबड़ी राज से आज की तुलना करते हुए कहा कि बिहार में अपराध का ग्राफ कम हुआ है। उन्होंने बिहार से जंगलराज हटाकर कानून का राज स्थापित करने की बात कही। बताया कि राज्य में संज्ञेय अपराध घटे हैं। देश के औसत से ये अपराध कम हैं। संज्ञेय अपराधों के मामले में बिहार का 23वां स्थान है।
सौ रुपये में पारिवारिक बंटवारा, जमीन का एरियल सर्वे
मुख्यमंत्री ने कहा कि हत्या की ज्यादातर घटनाएं जमीन व आपसी विवाद की हैं। ऐसे विवाद कम करने के लिए पारिवारिक बंटवारे की सांकेतिक दर केवल 100 रुपये कर दी गई। अब जमीन से जुड़े विवादों काे सुलझाना आसान हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वे सेटलमेंट के लिए बिहार में पहली बार एरियल सर्वे कराया गया। आगे आठ हजार कर्मचारियों व अमीनों की बहाली कर रहे हैं। सरकार के काम का ही फल है कि आज जमीन की कीमतें बढ़ गयीं हैं।
प्रमाण पत्र लेना हुआ आसान, 6.60 लाख लोक शिकायतों का निवारण
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले आवासीय, जाति व आय से लेकर अन्य प्रमाणपत्र बनवाने के लिए जूते घिसने पड़ते थे। अब यह आसान हो गया है। सरकार ने लोक शिकायत निवारण कानून बनाया। लोक सेवक शिकायत निवारण की व्यवस्था बनाई। 6.60 लाख लोक शिकायतों का निवारण कराया गया।
शिक्षा के क्षेत्र में हुए बड़े काम, बच्चों को स्कूलों तक पहुंचाया
शिक्षा के क्षेत्र में हुए काम की चर्चा करते हुए कहा कि बच्चों को स्कूलों तक पहुंचाया। लड़कियों के लिए पोशाक योजना शुरू की। साइकिल योजना से लड़कियों का आत्मसम्मान बढ़ा। लड़कों के लिए भी साइकिल योजना शुरू की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे नौवीं के 15 लाख बच्चों को साइकिल दे रहे हैं। इसका फायदा यह हुआ है कि मैट्रिक में लड़के-लड़कियों की संख्या बराबर हो गयी है।
हड़ताली शिक्षकों को दिए आश्वासन व नसीहत
उन्होंने कहा कि साढ़े तीन लाख शिक्षकों को मानदेय के बदले वेतन दिया, लेकिन आज विरोध हो रहा है। शिक्षकों की हड़ताल पर कहा कि जो हो सकेगा, वो आगे भी करते जाएंगे। अगर वे नहीं पढ़ाएंगे तो अलोकप्रिय हो जाएंगे।
कहा- स्वास्थ्य सेवाओं में हुई उल्लेखनीय प्रगति
लालू राज पर हमलावर नीतीश ने कहा कि साल 2005 के पहले सरकारी अस्पतालों में कुत्ते घूमते थे, लेकिन आज अंतर पता चल जाता है। अब अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवाएं मिलने लगी हैं, डॉक्टर रहने लगे हैं। शिशु मृत्यु दर में कमी आई है। कालाजार मुक्ति अभियान चल रहा है। पीड़ितों को 6600 रुपए की मदद दी जा रही है। अब टीकाकरण का फीसद बढ़कर 86 हो गया है। स्वास्थ्य व्यवस्था में प्रगति हुई है। 2012 के अपने पाकिस्तान दौरे की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि वहां भी बिहार में पल्स पोलियो अभियान की जानकारी लेने की उत्सुकता दिखी थी।
पंचायतों में महिलाओं को दिया आरक्षण
राज्य में आवागमन की सुविधा भी बढ़ी है। सड़कों का निर्माण हुआ है। उन्होंन कहा कि पंचायतों में महिलाओं को आरक्षण दिया गया है। जीविका से जुड़कर महिलाएं आगे बढ़ रहीं हैं।
बताए अल्पसंख्यक समुदाय के लिए किए काम
अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर नीतीश कुमार ने आरजेडी को फिर निशाने पर लेते हुए कहा कि 15 साल में उन लोगों ने भागलपुर दंगा के दोषियों को बचाने का काम किया। जबकि, हमने सजा दिलाई। मुस्लिम समुदाय के लिए किए अपने काम को गिनाते हुए कहा कि आज कुछ लोग मुस्लिम समाज को भ्रमित करने में लगे हैं।
डोमिसाइल नीति पर तेजस्वी की मांग को किया खारिज
नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव की डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग पर बिहार से पलायन के आरोप को खारिज कर दिया। कहा कि देश में कोई भी कहीं भी जाकर काम कर सकता है। केरल से आने वाली नर्सों का उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार में भी बाहर से लोग आकर काम करते हैं।
तेजस्वी की बेरोजगारी यात्रा पर कसे तंज
तेजस्वी यादव की बेरोज़गारी यात्रा पर तंज कसते हुए नीतीश कुमार ने सवाल किया कि पहले राेजगार का क्या हाल था? आज बिहार के लोगों को नौकरियां मिल रही हैं।
विभिन्न विकास कार्यों को गिनाया, कहा- करते रहेंगे काम
मुख्यमंत्री ने बिहार में विभिन्न क्षेत्रों में हुए अन्य कार्यों को भी गिनाया तथा कहा कि आज बिहार की चर्चा बेहतरी के लिए हो रही है। यहां न्याय के साथ विकास हो रहा है। उनका दायित्व सबों की सेवा करना है। जो लोग हम पर सवाल उठाते हैं, उन्हें जल्द ही जवाब देंगे। कहा कि वे केवल काम करते हैं और जो काम करते हैं, वे जुबान नहीं चलाते। तेजस्वी यादव पर इशारा करते हुए कहा कि कम उम्र में राजनीति में आए कुछ लोग केवल मीडिया की खबरों को देखकर बयानबाजी करते हैं, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं।
इंटरनेट के दुरुपयोग व पोर्न साइट्स को ले जाहिर की चिंता
मुख्यमंत्री ने इंटरनेट के दुरुपयोग व पोर्न साइट्स पर गंदी चीजे दिखाने को लेकर चिंता भी जाहिर की। कहा कि इससे समाज मे कई तरह की समस्याएं आ रही हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की है कि पोर्न साइट्स पर बैन लगे। इनके खतरों से स्कूलों में बच्चों को अवगत कराया जाएगा।
सम्मेलन को इन्होंने भी किया संबोधित
इससे पहले को कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेडीयू सांसद ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के काम की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। पार्टी के महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार को विकसित प्रदेश बनाने के लिए नीतीश कुमार को 2020 में फिर मुख्यमंत्री बनाना है। कार्यकर्ता सम्मेलन को मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्याम रजक, अशोक चौधरी, रमेश ऋषिदेव, संजय झा, महेश्वर हजारी, मदन साहनी, रामसेवक सिंह, खुर्शीद, संतोष निराला, लक्ष्मेश्वर राय आदि ने भी संबोधित किया।
दो लाख कार्यकताओं की रही उपस्थिति
रविवार को होने वाले जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन का महत्व इस मायने में हैै कि पार्टी ने इस वर्ष सभी विधानसभा क्षेत्रों में बूथ स्तर तक अध्यक्षों व सचिवों की बड़ी फौज तैयार कर ली है। इन्हें कार्यकर्ता सम्मेलन में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। यह पहला मौका है, जब जेडीयू के करीब दो लाख बूथ अध्यक्ष व सचिव कार्यकर्ता सम्मेलन में मौजूद रहे। इनके अतिरिक्त पार्टी के सभी पदाधिकारियों व क्षेत्रीय पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया। सम्मेलन में पार्टी के सभी सांसद और विधायक भी मौजूद रहे। पूर्व में प्रत्याशी रहे और अपने को संभावित प्रत्याशी मान रहे पार्टी नेताओं की भी उपस्थिति दिखी।
15 साल बनाम 15 साल के सूत्र वाक्य की व्याख्या
जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) आरसीपी सिंह ने कहा कि पार्टी इस बार 15 साल बनाम 15 साल के सूत्र वाक्य के साथ चुनाव मैदान में जाएगी। इस क्रम में मतदाताओं को यह बताया जाएगा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले 15 साल में बिहार में क्या परिवर्तन हुए और लालू-राबड़ी के 15 साल में बिहार की क्या स्थिति थी।
नीतीश के विकास कार्यों व सामाजिक अभियान को बताएगी पार्टी
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं को यह बता रहे कि वे नीतीश कुमार द्वारा किए गए विकास व सामाजिक अभियान के साथ मतदाताओं के बीच जाएं। यही वोटरों के दिल में है। हम उन्हें याद दिला रहे हैं कि किस तरह से शराबबंदी का असर समाज पर पड़ा है। जल-जीवन-हरियाली अभियान किस मायने में आने वाली पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण है।
पोस्टर-बैनर से पटा पटना, जगह-जगह रहा ट्रैफिक जाम
इसके पहले जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन को लेकर पटना के चौक-चौराहे व आयोजन स्थल गांधी मैदान पार्टी के पोस्टरों से भर दिए गए थे। बाहर से आने वाले कार्यकर्ताओं के रहने के लिए मंत्रियों व विधायकों के आवास पर रहने-खाने की व्यवस्था की गई थी। कार्यकर्ता सम्मेलन के कारण पटना में ट्रैफिक जाम की समस्या भी देखी गई।