जदयू के राज्यसभा प्रत्याशी के पास नकद मात्र 10 हजार रुपये, जानें अनिल हेगड़े की कितनी है संपत्ति
राज्यसभा की सीट के लिए जदयू की ओर से अनिल हेगड़े ने गुरुवार को नामांकन किया। उप चुनाव के लिए वे एकमात्र उम्मीदवार हैं लिहाजा उनका निर्विरोध निर्वाचन तय है। नामांकन-पत्रों की जांच और नाम वापसी की अंतिम तिथि 23 मई है।
राज्य ब्यूरो, पटना : महेंद्र प्रसाद उर्फ किंग महेंद्र के निधन से रिक्त हुई राज्यसभा की सीट के लिए जदयू की ओर से अनिल हेगड़े ने गुरुवार को नामांकन किया। उप चुनाव के लिए वे एकमात्र उम्मीदवार हैं, लिहाजा उनका निर्विरोध निर्वाचन तय है। नामांकन-पत्रों की जांच और नाम वापसी की अंतिम तिथि 23 मई है। उसके बाद हेगड़े को निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया जाएगा। गुरुवार पूर्वाह्न मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की उपस्थित में अनिल हेगड़े ने विधानसभा सचिव व निर्वाची अधिकारी शैलेंद्र सिंह को नामांकन पत्र सौंपा। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी की भी उपस्थित रही।
27 दिसंबर, 2021 से राज्यसभा की यह सीट रिक्त है। जदयू ने जार्ज फर्नांडिस के सहयोगी रहे अनिल हेगड़े पर भरोसा जताया। वे पिछले तीन दशक से नीतीश कुमार के करीबी हैं। समाजवादी आंदोलनों में लगातार भाग लेते रहे हैं। अनिल हेगड़े ने चार सेटों में 40 प्रस्तावकों के नाम के साथ पर्चा भरा है। पहले सेट के लिए मंत्री श्रवण कुमार के साथ 10 प्रस्तावक है। दूसरे सेट में तारकिशोर प्रसाद के साथ भाजपा के 10 और तीसरे सेट में मंत्री सुनील कुमार के साथ 10 प्रस्ताव हैं। चौथे सेट में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के विधायक अनिल कुमार के साथ 10 प्रस्तावक हैं।
अनिल हेगड़े के नाम 10 लाख की एफडी
नामांकन पत्र के साथ दिए शपथ पत्र में अनिल हेगड़े ने बताया है कि कर्नाटक स्थित पैतृक गांव में कृषि योग्य 3.54 एकड़ पैतृक भूमि है। इसके अलावा 10 लाख रुपये की सावधि जमा (एफडी), हाथ में दस हजार नकद और बैंक खाते में 37 हजार रुपये जमा हैं। नामांकन में संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी, हम के अध्यक्ष व लघु सिंचाई मंत्री संतोष कुमार सुमन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, जहानाबाद के सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के अलावा एनडीए के कई विधायक, विधान पार्षद और नेता उपस्थित थे।