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अन्य दलों से अलग पहचान बनाने की कोशिश में जदयू, जानिए पार्टी का फ्यूचर प्लान

जदयू पार्टी विद डिफरेंस के नारे के साथ अपनी अलग पहचान बनाने में जुट गई है। इसके लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिससे पार्टी ने अपने फ्यूचर प्लान को निर्धारित कर काम कर रही है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Thu, 07 Dec 2017 08:54 AM (IST)Updated: Thu, 07 Dec 2017 05:44 PM (IST)
अन्य दलों से अलग पहचान बनाने की कोशिश में जदयू, जानिए पार्टी का फ्यूचर प्लान
अन्य दलों से अलग पहचान बनाने की कोशिश में जदयू, जानिए पार्टी का फ्यूचर प्लान

पटना [एसए शाद]। अबतक करीब 39 लाख प्राथमिक सदस्य बना लेने से उत्साहित जदयू नए तेवर में है। पार्टी ने अन्य दलों से अलग पहचान बनाने की मुहिम आरंभ की है। इसके लिए सामाजिक सरोकार के कार्यक्रमों को माध्यम बनाया जा रहा है।

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'पार्टी विद डिफरेंस' का नारा साकार करने की कोशिश है। भले ही जदयू अभी भाजपा के साथ है मगर अपने संगठन को सशक्त बनाने एवं इसके विस्तार के लिए पार्टी ने प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ाई है। 

पार्टी के 39 लाख प्राथमिक सदस्यों में 1.55 लाख सक्रिय सदस्य हैं जिन्हें जनता और जदयू के बीच सेतु बनाया जा रहा है। यह पहला अवसर होगा जब कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण पर व्यापक जोर है। पहली दिसंबर से 1, अणे मार्ग में सक्रिय कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण आरंभ हुआ है, जबकि अभी पिछले माह ही जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए गए।

प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने का उद्देश्य कार्यकर्ताओं को ऐसी जानकारी उपलब्ध कराना है जो उन्हें सरकार की दहेज एवं बाल विवाह की मुहिम को धार देने में मददगार हो। साथ ही इन्हें यह ट्रेनिंग भी दी जा रही है कि वे अपने आचरण से अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं से भिन्न दिखें। 

इसके लिए उन्हें मुख्य रूप से सामाजिक सरोकार के कार्यों के प्रति जुड़ाव दर्शाने को कहा जा रहा है। पहली बार सक्रिय सदस्यों में से 15 हजार को मास्टर ट्रेनर बनाने की पहल की गई है। ये मास्टर ट्रेनर अन्य सक्रिय एवं प्राथमिक सदस्यों को प्रशिक्षित करेंगे। 

इस बीच अन्य राज्यों में भी जदयू ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। गुजरात चुनाव में 52 सीटों पर इसने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। गुजरात से लगातार पिछले कई बार से पार्टी के विधायक रहे छोटू भाई बसावा एवं अन्य प्रमुख नेताओं के शरद खेमे में चले जाने के बाद वहां जदयू की चुनौतियां और बढ़ीं हैं।

पार्टी वहां नए सिरे से पहचान बनाने के लिए इतनी अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रही है। छत्तीसगढ़ में लगातार पार्टी की मीटिंग हो रही है। छत्तीसगढ़ के प्रभारी रवींद्र सिंह ने पिछले दिनों वहां बैठक की है। 

दिल्ली इकाई की 10 दिसंबर को तालकटोरा स्टेडियम में बैठक बुलाई गई है, जिसे राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार संबोधित करेंगे। करीब छह माह पूर्व उन्होंने महाराष्ट्र इकाई की बैठक को मुंबई में संबोधित किया था। राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं झारखंड में भी जदयू की बैठकों का सिलसिला जारी है। 

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह बताते हैं कि जदयू नए तरीके एवं नए कलेवर में खड़ा हो रहा है। हम 'पार्टी विद डिफरेंस के नारे को साकार करेंगे। कार्यकर्ताओं को इस प्रकार से प्रशिक्षित कर रहे हैं कि लोग उन्हें देखते ही पहचान जाएं कि ये जदयू से जुड़े हैं।

शराबबंदी और महिला आरक्षण के माध्यम से हम ग्रामीण अर्थव्यवस्था बेहतर बनाने में लगे हैं। मुद्दों के आधार पर हम राजनीति कर रहे हैं।


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