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#TripleTalaqBill: एनडीए में रहते हुए जदयू ने अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल का किया विरोध

एनडीए में रहते हुए जदयू ने अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल का किया विरोध। मंगलवार को राज्‍यसभा में बशिष्‍ठ नारायणसिंह ने कहा- बुराइयों को खत्म करने के लिए जागरूकता अभियान चले।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 30 Jul 2019 06:35 PM (IST)Updated: Wed, 31 Jul 2019 10:07 AM (IST)
#TripleTalaqBill: एनडीए में रहते हुए जदयू ने अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल का किया विरोध
#TripleTalaqBill: एनडीए में रहते हुए जदयू ने अब राज्यसभा में तीन तलाक बिल का किया विरोध

पटना [राज्य ब्यूरो]। अभी जदयू एनडीए में शामिल है। भाजपा के साथ उसकी सरकार बिहार में भी चल रही है। लेकिन जदयू अपने पुराने स्‍टैंड पर आज भी कायम है और एक बार फिर उन्‍होंने तीन तलाक बिल का विरोध किया है। लोकसभा की तरह जदयू ने मंगलवार को राज्यसभा में भी तीन तलाक पर पेश विधेयक का विरोध करते हुए सदन का बहिष्कार किया।

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राज्‍यसभा में सांसद बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जड़ जमा चुकी रूढिय़ों को समाप्त करने में समय लगता है। तलाक भी इसी श्रेणी में है। विधेयक इस कुप्रथा को दूर करने के लिए लाया गया है, लेकिन जदयू की समझ है कि इसके लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। पार्टी इस विधेयक से असहमत है। उन्होंने सदन में कहा कि जदयू इस विधेयक का न समर्थन करेगा न इसके पक्ष में अपनी राय देगा। 

सिंह ने कहा कि विधेयक के विरोध की कुछ वजह है। इसकी पृष्ठभूमि भी है। हर पार्टी की अपनी विचारधारा होती है। पार्टी को स्वतंत्रता है कि वह उस विचारधारा पर आगे बढ़े। उसे लागू करे। हमारी जो मान्यता है, हम जिनको आदर्श मानते हैं, उनकी विचारधारा पर हम आज भी चलने का प्रयास करते हैं। हम गांधी, जेपी, लोहिया और अंबेडकर को मानने वाले लोग हैं। ये सभी जितने बड़े राजनेता थे, उससे बड़े समाज सुधारक थे। ये सभी युगपुरुष आज नहीं हैं। फिर भी विचारों की यात्रा चलती रहती है। उसकी धाराएं कुछ बदलती और बिगड़ती जरूर हैं, लेकिन यात्रा रूकती नहीं है।  इन महापुरुषों ने जो सपना देखा था, समाज का भविष्य जिस रूप में देखा था, आज भी समाज विभिन्न चरणों में उसे पूरा करने की कोशिश कर रहा है।

उन्होंने कहा कि बिहार में हमलोगों की सरकार ने नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में युगांतरकारी कार्य किया है। पंचायत से लेकर नौकरी तक में उन्हें आरक्षण का लाभ दिया गया है। शऱाबबंदी, दहेजबंदी, बाल विवाहबंदी जैसी बुराइयों को खत्म करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। 

बता दें कि लोकसभा में पिछले सप्‍ताह तीन तलाक बिल लाया गया था। लेकिन एनडीए में रहते हुए भी जदयू ने तीन तलाक बिल का विरोध किया था। उस समय लोकसभा में मुंगेर के सांसद ललन सिंह ने जोरदार ढंग से अपनी बात रखी थी और कहा था कि तीन तलाक बिल का जदयू विरोध करता है। इसके बाद लोकसभा से जदयू के सभी सांसदाें ने वाक आउट किया। मंगलवार को एक बार जदयू ने फिर तीन तलाक बिल का विरोध किया और सभी राज्‍यसभा सांसद बाहर निकल गए। आज जदयू के राज्‍यसभा सांसद बशिष्‍ठ नारायण सिंह ने अपनी बात रखी। 

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