लालू फैमिली पर हमलावर हुए नीतीश के नजदीकी JDU MP ललन सिंह, राबड़ी-तेजस्वी को भी बनाया निशाना
बिहार के राजनीतिक गलियारे में जदयू नेता ललन सिंह लालू-राबड़ी फैमिली पर हमलावर हो गए हैं। प्रवासियों के बहाने उनके शासनकाल को कठघरे में खड़ा किया। तेजस्वी पर तंज कसा है।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के राजनीतिक गलियारे में सीएम नीतीश कुमार के नजदीकी और जदयू संसदीय दल के नेता ललन सिंह इन दिनों लालू-राबड़ी फैमिली पर हमलावर हो गए हैं। शुक्रवार को दूसरे राज्यों से बिहार लौट रहे प्रवासियों के बहाने उनके शासनकाल को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर भी तंज कसा है।
लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्रमिकों को राज्य में रोजगार उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है तो करेंगे भी, लेकिन सरकार की मंशा पर सवाल उठाने से पहले विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को यह स्वीकार करना चाहिए कि राज्य के विनाश की पटकथा लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासनकाल में ही लिखी गई थी।
उन्होंने कहा कि श्रमिकों के पलायन में भी इन्हीं दोनों का योगदान है। उन्हें रांची जाकर पूछना चाहिए कि आखिर राज्य के लोग पलायन के लिए क्यों मजबूर हुए थे? उस शासनकाल में कितने कारखाने बंद हुए? जूट और चीनी मिलें क्यों बंद हुईं?
जदयू संसदीय दल के नेता ने कहा कि तेजस्वी यादव कोरोना संकट के समय राज्य से बाहर थे। लौट कर आए भी तो क्वारंटाइन सेंटर का मुआयना करने के बदले फेसबुक और ट्विटर में व्यस्त हो गए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि सरकार के खजाने पर पहला हक आपदा पीडि़तों का है। वे इस पर अमल भी करते हैं।
उन्होंने कहा कि 2008 में कुसहा तटबंध टूटा था। सरकार ने शानदार राहत कार्य किया। विपक्ष ने बदइंतजामी का आरोप लगाया, लेकिन चुनाव परिणाम आया तो एनडीए को छोड़ दूसरे दलों का कोसी से सफाया हो गया था। यही परिणाम इस साल के विधानसभा चुनाव में भी दोहराया जाएगा। बता दें कि दो दिन पहले गोपालगंज ट्रिपल मर्डर को लेकर भी ललन सिंह ने तेजस्वी यादव को कठघरे में खड़ा किया था।