JDU नेता की दो टूक, कहा-RJD अब कुछ भी कर ले, वापसी संभव नहीं
जेडीयू के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार ने राजद से दो टूक कहा है कि अब वह कुछ भी कर ले हमारी राजद के पास वापसी किसी हाल में संभव नहीं है। बिहार में सिर्फ नीतीश ही विकल्प हैं।
पटना, जेएनएन। राजद-जेडीयू के समझौते पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार ने दो टूक कहा है कि राजद अब कुछ भी कर ले जदयू की अब राजद के पास वापसी संभव नहीं है। बिहार में विकल्प के तौर पर सिर्फ सीएम नीतीश हैं और अब राजद हमेशा जीरो पर ही आउट होगा।
श्रवण कुमार ने राजद द्वारा विधानमंडल के मानसून सत्र में हंगामा करने पर कहा कि सदन की कार्यवाही नियम से चलती है और विपक्ष नियम के साथ अगर अपनी बात रखेंगे तो सरकार उसका जरूर जवाब देगी। दरअसल,
विपक्ष के पास कोई एजेंडा नहीं बचा है, इसीलिए सदन की कार्यवाही बाधित करने का काम कर रही है।
तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी पर कटाक्ष करते हुए जदयू नेता ने कहा कि ऑफरों से पार्टी नहीं चलती। हमारे नेता की नीयत और विकास के एजेंडे स्पष्ट हैं। वहीं उन्होंने कहा कि राजद-कांग्रेस की संस्कृति अलग है। कभी तालमेल हो जाता है, लेकिन हमारी सोच अलग है।
राजद नेता रघुवंश प्रसाद ने कहा था-सभी एकजुट हों और भाजपा को हराएं
बता दें कि कुछ दिनों पहले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने बीजेपी को हराने के लिए सभी छोटे और क्षेत्रीय दलों को एकजुट होने को कहा था और उन्होंने नीतीश कुमार की जनता दल (यू) को भी महागठबंधन में आने का न्योता दिया था। जीतनराम मांझी की इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल होने के बाद उन्होंने ये अॉफर दिया था।
शिवानंद तिवारी ने कहा था-भगवान नीतीश को एक और मौका दे रहा
उसके बाद राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने भी कहा था कि बीजेपी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अनुच्छेद 370 और 35-ए हटाने, राम मंदिर बनाने और सामान आचार संहिता लागू करने के मुद्दे पर नीतीश कुमार क्या करेंगे? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को भगवान बीजेपी के खिलाफ चेहरा बनने का एक और मौका दे रहा है और जब नीतीश कुमार इन मुद्दों पर एनडीए छोड़ेंगे, तो आरजेडी उनके साथ मजबूती से खड़ा होगा।
राबड़ी ने कहा था-नीतीश वापस आएं तो एेतराज नहीं
इसके अलावा बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने भी कहा था कि अगर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन में आने की सोचते हैं, तो इससे उनको कोई ऐतराज नहीं होगा। राबड़ी देवी का यह संदेश उस नीतीश कुमार के लिए है, जिनकी पार्टी के नेताओं ने 30 मई को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने से इनकार कर दिया था।