कार्यकर्ताओं को इंटरनेट फ्रेंडली बना रहा JDU, सोशल मीडिया पर भी बढ़ाई सक्रियता
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जदयू ने सक्रियता बढ़ा दी है। पार्टी ने सोशल मीडिया के महत्व को समझा है। साथ ही गांव व बूथ स्तर तक मजबूती के लिए कदम उठाए हैं।
पटना [एसए शाद]। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) पिछले लोकसभा में खराब प्रदर्शन के कारणों की समीक्षा के क्रम में चिह्नित की गई कमजोरियों को दूर करने में लगा है। इसमें पार्टी को बहुत हद तक कामयाबी भी मिल चुकी है। कमजोरियों दूर करने के प्रयास का ही नतीजा है कि पार्टी ने पिछली बार की तुलना में तीन गुना अधिक प्राथमिक सदस्य बनाए हैं।
पार्टी सोशल मीडिया पर भी सक्रियता बढ़ा रही है। पार्टी कार्यकर्ताओं को इंटरनेट फ्रेंडली बनाने के लिए पांच संकल्प निर्धारित किए गए हैं। कार्यकर्ताओं का कम्प्यूटराइज्ड डाटा बेस भी इस प्रकार से तैयार किया गया है कि मात्र मोबाइल नंबर डालते ही स्क्रीन पर उस सदस्य की सारी जानकारियां सामने आ जाएंगी। बूथ स्तर तक चुनावी माइक्रोमैनेजमेंट में यह डाटा बेस अहम भूमिका निभाएगा।
पिछले चुनाव में मिली थीं दो सीेटें
पिछला लोकसभा चुनाव जदयू ने अपने बूते पर लड़ा था। पार्टी ने 40 में से केवल दो सीटों पर भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी (सीपीआइ) से तालमेल किया था। जदयू को मात्र दो सीट पर जीत मिल थी, जबकि सीपीआइ को कामयाबी नहीं मिल पाई थी।
संगठन विकास की पहल
चुनाव में जदयू की हुई हार की समीक्षा के क्रम में यह पाया गया था कि 30 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों पर जदयू के एजेंट भी मौजूद नहीं थे। चुनावी आकांक्षा के अनुरूप संगठन विकसित नहीं था। इन कमजोरियों को दूर करने के लिए जदयू ने विशेष पहल की। पिछली बार के 13 लाख प्राथमिक सदस्यों की तुलना में अबतक पार्टी करीब 40 लाख प्राथमिक सदस्य बना चुकी है।
इसके अलावा जदयू ने करीब 1.50 सक्रिय कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया ताकि वह विभिन्न विषयों पर लोगों के बीच प्रभावी ढंग से संपर्क अभियान चला सकें। चुनाव के माइक्रोमैनेजमेंट के तहत पार्टी ने हर बूथ पर दो सक्रिय कार्यकर्ता तैनात करना आरंभ कर दिया है। पार्टी के प्रकोष्ठों को भी इस दिशा में सक्रिय होने कहा गया है।
हर बूथ एक यूथ की नीति पर युवा जदयू
युवा जदयू ने हर बूथ पर एक यूथ की नीति बनाकर इसपर अमल शुरू कर दिया है। वहीं छात्र प्रकोष्ठ प्रत्येक 10 पंचायत पर एक 'जागृत केंद्र' बनाने में लगा है। इस सप्ताह जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने पार्टी के सभी 29 प्रकोष्ठों की संयुक्त बैठक कर उनकी समीक्षा की। प्रकोष्ठों को पंचायत स्तर तक सक्रिय होने की हिदायत दी है। साथ ही उनकी गतिविधियों की अब जिला स्तर पर नियमित समीक्षा की जाएगी।
सोशल मीडिया पर सक्रिय हुई पार्टी
पार्टी सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हो गई है। 22 अगस्त तक के आंकड़े बताते हैं कि फेसबुक पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के फॉलोअर्स की संख्या 15 लाख हो गई है जबकि ट्विटर पर यह संख्या 44.80 लाख है। पार्टी की ओर से कार्यकर्ताओं के लिए सोशल मीडिया के संबंध में पांच संकल्प भी तैयार किए गए हंै।
कार्यकर्ताओं के लिए पांच संकल्प
1. ई-मेल अकाउंट बनाना है।
2. वाट्सएप का ग्रुप बनाना है।
3. फेसबुक अकाउंट बनाकर अपने नेता एवं अपनी पार्टी को फॉलो करना है।
4. ट्विटर पर भी अपने नेता और पार्टी को फॉलो करना है।
5. प्रत्येक दिन कम से कम 15 मिनट समय सोशल मीडिया को देना है।