Bihar: लोकसभा चुनाव से पहले JDU का बड़ा दांव, कई जिलों में की जिलाध्यक्ष की घोषणा; नए चेहरों को मिली कमान
लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार की जदयू पार्टी ने विभिन्न जिला और नगर में अपने अध्यक्षों के नाम की सूची जारी की है। जदयू ने पूर्व मंत्री जैसे बड़े पद पर रह चुके नेता के साथ-साथ कई नए चेहरों को भी मौका दिया है।
पटना, जागरण डिजिटल डेस्क। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने भाजपा के खिलाफ कमर कस ली है। इसी के तहत बिहार में जदयू ने जिला और नगर अध्यक्षों के नाम की सूची जारी की है। इनमें मुजफ्फरपुर, मधेपुरा, शेखपुरा, नालंदा, रोहतास, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर नगर, दरभंगा नगर, कटिहार नगर और बेगूसराय नगर शामिल है।
जदयू ने जिन चेहरों को जिला और नगर की कमान सौंपी है, इनमें कई पूर्व मंत्री जैसे बड़े पद पर रह चुके हैं, तो कई नए चेहरों को भी पार्टी ने मौका दिया है। प्रदेश कार्यालय से जारी सूची के अनुसार, रामबाबू कुशवाहा को मुजफ्फरपुर जिलाध्यक्ष, पूर्व मंत्री रमेश ऋृषिदेव को मधेपुरा का जिलाध्यक्ष, रणधीर कुमार सोनी को शेखपुरा, मो अरशद को नालंदा, अजय कुशवाहा को रोहतास और अशोक कुमार सिंह को औरंगाबाद का जिलाध्यक्ष बनाया गया है।
वहीं, माधव झा को दरभंगा नगर, मुकेश कुमार को कटिहार नगर और संजय सिंह को बेगूसराय नगर के अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा (Umesh Kushwaha) ने सभी नेताओं के नाम की सूची साझा करते हुए सभी जिलाध्यक्षों एवं नगर अध्यक्षों को बधाई दी।
जाति फैक्टर का रखा गया खास ख्याल
जिलाध्यक्षों के नाम की सूचा जारी करने से पहले जदयू ने जिलों के हिसाब से जाति फैक्टर का भी खूब ख्याल रखा है। एक तरफ जहां उपेंद्र कुशवाहा के पार्टी छोड़ने के बाद नीतीश कुमार लव-कुश समीकरण साधने के प्रयास में है। इसी तर्ज पर मुजफ्फरपुर में रामबाबू कुशवाहा और रोहतास में अजय कुशवाहा को जिला की कमान सौंपी गई है। वहीं, दरभंगा में बहुसंख्यक ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखने वाले माधव झा को दरभंगा का नगर अध्यक्ष बनाया है।
नेताओं में कलह के कारण नहीं हो सके थे सांगठनिक चुनाव
उल्लखेनीय है कि सांगठनिक चुनाव खत्म होने के बाद जिन जिलों में जदयू की तरफ से चुनाव प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी थी, उन जिलों के लिए पार्टी ने जिला अध्यक्षों के नामों की घोषणा की है। सांगठनिक चुनाव में कई जिलों के नेताओं ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए काफी बवाल किया था, जिसके बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया था। काफी विचार-विमर्श के बाद पार्टी ने नेताओं को जिम्मेदारी सौंपते हुए सूची अब जारी कर दी है।