राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने रविवार को ट्वीट कर केंद्र सरकार से यह सवाल किया कि अडाणी से जुड़े मसले पर सरकार संसद में बहस करने से क्यों बच रही है? हिंडनबर्ग के एक खुलासे से एलआईसी को एक दिन में 18 हजार करोड़ रुपये का घाटा हुआ। यह देश के आम लोगों का पैसा था। दाल में कुछ काला जरूर है।

ललन सिंह ने कहा कि अब तक जो सच्चाई उभरकर सामने आई है, वह बताती है कि सत्ता का संरक्षण प्राप्त एक कारपोरेट घराने ने अब तक का सबसे बड़ा 81,000 करोड़ का आर्थिक घोटाला करके देश की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है। इसके साथ ही देश के करोड़ों लोगों ने एलआईसी में अपने भविष्य की सुरक्षा के लिए जो निवेश किया था, वह भी अंधकारमय हो गया है।

ललन सिंह ने अपने ट्वीट में एलआईसी की प्रेस विज्ञप्ति से जुड़ी सूचना को भी टैग किया है, जिसमें एलआईसी द्वारा यह कहा गया है कि पिछले कई वर्षों में अडाणी ग्रुप की कंपनियों के 30,127 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। 27 जनवरी को उनका मूल्य 56,142 करोड़ रुपये था। शेयर और कर्ज मिलाकर 31 दिसंबर 2022 तक अडाणी समूह की कंपनियों में उसका कुल निवेश 35,917 करोड़ रुपये का निवेश था।

Edited By: Yogesh Sahu