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Tej Pratap Yadav: कभी जलेबी बनाते तो कभी धोती पहनकर माला जपते तेज प्रताप, राजनीति छोड़कर सबकुछ कर रहे लालू के लाल

राजद विधायक तेज प्रताप यादव इन दिनों राजनीति छोड़कर सबकुछ कर रहे हैं। कभी भक्त का रूप धर रहे हैं तो कभी भगवान की नकल उतार रहे हैं। बुधवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में जलेबी बनाते भी देखे गए लेकिन राजनीति से उनका वास्ता अरसे से नहीं दिख रहा है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Thu, 24 Dec 2020 09:07 AM (IST)Updated: Fri, 25 Dec 2020 07:34 PM (IST)
Tej Pratap Yadav: कभी जलेबी बनाते तो कभी धोती पहनकर माला जपते तेज प्रताप, राजनीति छोड़कर सबकुछ कर रहे लालू के लाल
राष्ट्रीय जनता दल विधायक तेजप्रताप यादव। (जागरण आर्काइव)

राज्य ब्यूरो, पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक तेज प्रताप यादव इन दिनों राजनीति छोड़कर सबकुछ कर रहे हैं। कभी भक्त का रूप धर रहे हैं तो कभी भगवान की नकल उतार रहे हैं। बुधवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में जलेबी बनाते भी देखे गए, लेकिन राजनीति से उनका वास्ता अरसे से नहीं दिख रहा है। विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से तेज प्रताप यादव प्रदेश की राजनीति से पूरी तरह ओझल हैं।

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राजद के कार्यक्रमों में भी नहीं देखे जा रहे राजद विधायक

अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को अर्जुन और खुद को श्रीकृष्ण बताने वाले तेज प्रताप बहुत दिनों से राजद के कार्यक्रमों में भी नहीं देखे जा रहे हैं। ऐसा भी नहीं कि उन्होंने राजनीति नहीं की है या आगे नहीं करनी है। लोकसभा चुनाव में राजद से अलग लालू-राबड़ी मोर्चा बनाकर जहानाबाद में प्रत्याशी उतारकर तेज प्रताप ने बिहार में विपक्ष की राजनीति में सनसनी मचा दी थी। पारिवारिक सुलह होने के बाद भी वह राजद के कार्यक्रमों में तेजस्वी यादव के साथ देखे जाते थे। 

नई समिति की पहली बैठक में भी नजर नहीं आए तेजप्रताप

विधानसभा में तेज प्रताप को गैर सरकारी विधेयक एवं संकल्प समिति का सभापति बनाया गया है। 17 दिसंबर को नई समिति की पहली बैठक थी, जिसमें सदस्य तो पहुंच गए, लेकिन सभापति ने ही शिरकत नहीं की। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि तेज प्रताप आखिर क्या कर रहे हैं? राजनीति में सक्रिय क्यों नहीं दिख रहे हैं। 

गायब नहीं तो सक्रिय भी नहीं लालू के लाल

कुछ दिन पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बिहार में नहीं दिखने पर विपक्ष ने सवाल खड़ा किया था। हालांकि आलोचना शुरू होते ही तेजस्वी बिहार लौट आए और राजनीति में पहले की तरह सक्रिय हो गए। किंतु तेज प्रताप गायब तो नहीं हैं, लेकिन सक्रिय भी नहीं हैं।


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