छपरा व पूर्णिया में खूब सजी ठहाकों की महफिल
छपरा नगर परिषद प्रांगण में अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का उद्घाटन रविवार को प्रमंडलीय आयुक्त प्रभात शंकर ने किया। इसी तरह पूर्णिया में जिला स्कूल मैदान पर कवि सम्मेलन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन समाज कल्याण मंत्री लेसी सिंह ने किया।
टीम जागरण, पटना। छपरा नगर परिषद प्रांगण में अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का उद्घाटन रविवार को प्रमंडलीय आयुक्त प्रभात शंकर ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। विधान परिषद के उपसभापति सलीम परवेज ने कहा कि जागरण पिछले चार सालों से कवि सम्मेलन का आयोजन कर रहा है, जो सराहनीय है।
इसी तरह पूर्णिया में जिला स्कूल मैदान पर कवि सम्मेलन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन समाज कल्याण मंत्री लेसी सिंह, प्रमंडलीय आयुक्त सुधीर कुमार और उप विकास आयुक्त अरुण प्रकाश ने किया।
छपरा ऐसे सजी महफिल
कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है ...के रचनाकार डा. कुमार विश्वास अपनी मशहूर मुक्त भ्रमर कुमुदनी पर मचल बैठा तो हंगामा, हमारे दिल में कोई ख्वाब पल बैठा तो हंगामा, अभी तक डूबकर सुनते थे सब किस्से मोहब्बत के, मैं किस्से को हकीकत में बदल बैठा तो हंगामा सुनाया तो नगर परिषद मैदान में युवाओं के वंस मोर- वंस मोर से गूंज उठा।
आगाज किया है तो अंजाम भी लिख देना .. देश की प्रमुख कवयित्री व श्रृंगार की रचनाओं का पाठ करने वाली कवयित्री डा. सुमन दुबे ने सुनाया। नारी शक्ति की याद दिलाते हुए सुमन दुबे ने अपनी रचना -हम दिल ही नहीं जज्बात भी रखते हैं, आंखों में मोहब्बत की, बरसात भी रखते हैं।
कवि आसकरण अटल ने अपनी रचना शादी शर्ट में बटन लगाने के लिए होती है... सुनाया तो श्रोता हंसते-हंसते लोटपोट हो गए। इसके अलावा कवि पद्मश्री सुरेन्द्र दुबे, मंजीत सिंह और कवि महेन्द्र अजनबी ने अपनी अलग शैली में कविता पाठ किया तो लोग झूम उठे।
पूर्णिया में खूब बजी तालियां
पूर्णिया में जिला स्कूल मैदान पर कवि सम्मेलन हुआ। शैलेश लोढ़ा सहित पद्मश्री सुनील जोगी, अनु सपन, दिनेश दिग्गज, सुरेश अवस्थी व रामेन्द्र मोहन त्रिपाठी ने कविता पाठ किया। तालियों की गडग़ड़ाहट और ठहाकों से जिला स्कूल का मैदान गूंज उठा। इस मौके पर दैनिक जागरण भागलपुर के वरीय समाचार संपादक किशोर झा, महाप्रबंधक राजाराम तिवारी, इवेंट के अमित पांडेय की विशेष उपस्थिति थी।
अपनी 12वीं वर्षगांठ के मौके पर पत्र ही नहीं मित्र की भूमिका निभाने वाला विश्व का सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला अखबार दैनिक जागरण ने एकबार फिर ठहाकों की महफिल सजाई। इस मौके पर बोलते हुए दैनिक जागरण के महाप्रबंधक राजाराम तिवारी ने कहा कि दैनिक जागरण खबरों में अपनी बेबाकी के साथ श्रोताओं के स्वस्थ मनोरंजन का भी ध्यान रखता है। इसका नतीजा है कि हमें अपने पाठकों का प्यार मिलता रहा और हम आगे बढ़ते चले गए। उन्होंने कहा कि पूर्णिया के लोग पाठक के तौर पर जितने सजग हैं श्रोता के रूप में उतने ही अनुशासित हैं। उन्होंने इसके लिए पाठकों का और कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मंत्री श्रीमती सिंह एवं अधिकारियों का स्वागत किया।
इस कार्यक्रम में सब टीवी पर चर्चित सीरियल तारक मेहता का उल्टा चश्मा के किरदार शैलेश लोढ़ा पहली बार लोगों के सामने थे। उन्होंने जैसे ही माइक थामा जिला स्कूल का मैदान तालियों से गूंज उठा। इसके बाद तो ठहाकों की महफिल जम गई। उन्होंने जहां श्रोताओं के अंतर्मन को गुदगुदाया वहीं समाज की दुखती रग पर हाथ रखकर लोगों को चिंतन के लिए भी मजबूर कर दिया। कवयित्री अनु सपन ने अपने प्यारे गीत के साथ जब महफिल शुरू की तो सभी जहां के तहां ठिठक गए।
कोलाहल से भरा सदन एक पल में ही शांति के सागर में डूब गया। सचमुच मानो उनके कंठ में जैसे सरस्वती विराजमान हो गई थी। उनके गीत ने शाम को और खुशनुमा बना दिया। रामेन्द्र मोहन त्रिपाठी ने अपनी हास्य रचनाओं से लोगों को खूब गुदगुदाया। छोटी-छोटी कविता से लोगों को हंसाया भी और सीख भी दी। डॉ. सुनील जोगी, डॉ. सुरेश अवस्थी और दिनेश दिग्गज ने भी लोगों को खूब हंसाया।