पटना हाईकोर्ट से बेल लेना अब आसान नहीं होगा, पेंडिंग जमानत अर्जी का बना रिकॉर्ड
पटना हाई कोर्ट में पिछले वर्ष अगस्त-सितंबर में दायर जमानत अर्जी की भी सुनवाई नहीं हो रही । अब तक सुनवाई के लिए बीस हजार जमानत अर्जी लंबित हैं। पेंडिंग जमानत अर्जी का यह भी एक नया रिकॉर्ड है।
निर्भय सिंह, पटना I अब निचली अदालतों के आदेश को पटना हाईकोर्ट में चुनौती देकर जमानत लेना अब कठिन ही नहीं बल्कि बेहद चुनौतीपूर्ण है। दायर अर्जी पर सुनवाई करा पाने में साल भर से भी ज्यादा समय लग सकता है l फिलहाल हाईकोर्ट में 20,000 से ज्यादा अग्रिम और नियमित जमानत की अर्जियां पेंडिंग है l इतना ही नहीं हर दिन तीन सौ नए जमानत के मामले हाईकोर्ट में दायर हो जाते हैं l यानि पेंडिंग केस खत्म नहीं हो पाता नए आ जाते हैं l इस प्रकार से पटना हाईकोर्ट में जमानत मामलों का अंबार लग गया है l
बिना किसी क़ुसूर के भी साल दो रहना पड़ सकता है जेल में
हाईकोर्ट के एक असिस्टेंट रजिस्ट्रार ने अपना नाम न छापने की शर्त्त पर कहा कि हाईकोर्ट की स्थिति तो और बदतर हो गई है । यदि कोई अभियुक्त चोरी करने के आरोप में पकड़ा गया और जिला अदालत ने उसकी जमानत खारिज कर दी है तो यह समझिए की चोरी में जितनी सजा है उतने दिन भी जमानत पर सुनावाई ला होने से उसको नाहक जेल में रहना पड़ सकता है l
उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद हाईकोर्ट की दुर्दशा बढ़ती ही जा रही है l अभी तक हाई कोर्ट के जज पूरी अवधि तक सुनवाई नहीं करते हैं l जिसके कारण जमानत मामलों का तेजी से निपटारा नहीं हो पा रहा है l बता दें कि हाईकोर्ट एक सप्ताह में पांच दिन चलता है l इसमें से चार दिन जमानत संबंधी मामलों पर एवं एक दिन ( गुरुवार) को रिट मामलों की सुनवाई होती है l
हाईकोर्ट में 21 जजों से ही चलता है काम
पटना हाईकोर्ट में फिलहाल 32 जजों के पद रिक्त हैं । इस साल तीन जज सेवानिवृत्त हो जाएंगे I वर्तमान में 21 जज ही सुनवाई कर रहे हैं l जिसके कारण भी हाईकोर्ट में मामलों का अंबार लगता जा रहा है l
मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल दिसंबर तक हाईकोर्ट में कुल मिलाकर 1 लाख 78 हजार 800 से ऊपर तक मामले पहुंच गए थे l अनेक ऐसे मामले हैं जो 20-25 साल से हाईकोर्ट में पेंडिंग है l