लॉकडाउन में गरमाया पलायन का मुद्दा: CM नीतीश पर लालू-राबड़ी का हमला, मांगा 15 साल का हिसाब
लालू प्रसाद यादव तथा उनकी पत्नी राबड़ी देवी ने बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोला है। लॉकडाउन में श्रमिकों के पलायन का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने नीतीश के 15 साल का हिसाब मांगा है।
पटना, जेएनएन। लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान आप्रवासी बिहारियों (Migrant Biharis) की घर वापसी के लिए ट्रनों के किराया तथा उनके बिहार से पलायन के मुद्दे गरमाया गया है। इस बाबत राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) तथा उनके पत्नी राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने राज्य की नीतीश सरकार (Nitish Government) पर हमला बोला है। लालू ने अपने ट्वीट में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार के 15 साल का हिसाब मांगा है। उधर, राबड़ी देवी ने कहा है कि सरकारी खजाने में जमा गरीबों के पैसे गरीबों पर खर्च करने में परेशानी है, लेकिन चेहरा चमकाने में विज्ञापन पर करोड़ो खर्च किए जा सकते हैं।
लालू ने मांगा 15 साल के कार्यकाल का हिसाब
अपने ट्वीट में लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि बिहार सरकार अपना नैतिक, प्राकृतिक, आर्थिक, तार्किक, मानसिक, शारीरिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, व्यावहारिक, न्यायिक, जनतांत्रिक और संवैधानिक चरित्र एवं संतुलन खो चुकी है। उन्होंने आगे लिखा है कि इस सरकार को लोकलाज तो कभी नहीं रहा, लेकिन जनादेश की डकैती का सम्मान तो रख लेते। आगे उन्होंने सरकार से उनके 15 सालों के कार्यकाल का हिसाब मांगा है।
बिहार सरकार अपना,
नैतिक
प्राकृतिक
आर्थिक
तार्किक
मानसिक
शारीरिक
सामाजिक
आध्यात्मिक
व्यवहारिक
न्यायिक
जनतांत्रिक और
संवैधानिक
चरित्र एवं संतुलन पूरी तरह खो चुकी है। लोकलाज तो कभी रही ही नहीं लेकिन जनादेश ड़कैती का तो सम्मान रख लेते।
15 बरस का हिसाब देने में कौनो दिक़्क़त बा? — Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 10, 2020
चाहिए बिहारी हितों को ले लड़ने वाली सरकार
इसके पहले एक अन्य ट्वीट में आरजेडी सुप्रीमो ने लिखा कि बिहार को बिहार और बिहारवासियों के हितों के लिए खूंटा गाड़ कर लड़ने वाली सरकार चाहिए। कदम-कदम पर लड़खड़ाने वाली खोखली, ढकोसली, विश्वासघाती, कुर्सीवादी और पलटीमार सरकार नहीं चाहिए। लालू ने आगे लिखा कि नीतीश कुमार व सुशील मोदी बताएं कि उनके 15 वर्षों के राज में बिहार के हर दूसरे घर से पलायन क्यों हुआ?
बिहार को बिहार और बिहारवासियों के हितों के लिए खूँटा गाड़ लड़ने वाली सरकार चाहिए। कदम कदम पर लड़खड़ाने वाली खोखली ढकोसली, विश्वासघाती, कुर्सीवादी और पलटीमार सरकार नहीं।
नीतीश और उनका स्टेपनी सुशील मोदी बताए, उनके 15 वर्षों के राज में बिहार के हर दूसरे घर से पलायन काहे हुआ?— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 9, 2020
गरीबों का पैसा गरीबों पर खर्च करने में क्या परेशानी?
लॉकडाउन में गरीब श्रमिकों की वापसी व उनके हित में खर्च को नाकाफी मानते हुए लालू प्रसाद की पत्नी व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने नीतीश सरकार द्वारा विज्ञापन पर खर्च के संबंध में मीडिया की एक खबर का हवाला देते हुए लिखा कि सरकारी खजाने में जमा गरीबों का पैसा गरीबों पर खर्च करने में बिहार सरकार को इतना ज़ोर पड़ रहा है माने अपने बाप-दादा की जायदाद बेचकर खर्च कर रहे हैं। आगे राबड़ी ने तेज किया कि चेहरा चमकाने के लिए 500 करोड़ की विज्ञापन रूपी फेयर एंड लवली खरीदते वक्त नहीं क्यों सोचते?