भारत-नेपाल सीमा पर आतंक की साजिश का खुलासा, लश्कर-ए-तैयबा का नेटवर्क फैला रहा ISI
भारत-नेपाल सीमा पर आतंक की साजिश रची गई है। इसमें आइएसआइ मददगार है। साजिश की जिम्मेदारी लश्कर के कमांडर उमर समस उर्फ उमर मदनी को सौंपी गई है।
पटना [जागरण टीम]। जम्मू-कश्मीर सहित देश के कई भागों में आतंक फैलाने की नापाक साजिश में लगे पाकिस्तानी खुफिया संगठन 'आइएसआइ' की यह नई साजिश है। आइएसआइ अब भारत-नेपाल सीमावर्ती इलाकों में आतंकी संगठन 'लश्कर-ए-तैयबा' के मॉड्यूल काे मजबूत बनाने में लगा है। आइएसआइ ने इसकी जिम्मेदारी लश्कर के नेपाल स्थित स्लीपर सेल के कमांडर उमर समस उर्फ उमर मदनी को सौंपी है। देशविरोधी गतिविधियों में वर्षों से फरार मौलाना उमर मदनी बिहार के मधुबनी के बासोपट्टी थाने के बलकटबा गांव का मूल निवासी है।
लश्कर का नेटवर्क मजबूत कर रहा मदनी
मौलाना उमर मदनी को लेकर बड़ा खुलासा यह है कि वह नेपाल में रहकर आइएसआइ की मदद से आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के नेटवर्क को मजबूत कर रहा है। इस क्षेत्र से उसे सारी सूचनाएं भी भेजी जा रही हैं। हाल में नेपाल में कई आतंकियों के छिपे होने की सूचना के बाद से खुफिया विभाग भी अलर्ट है, लेकिन मदनी की जानकारी के बावजूद उसे पकडऩे में असमर्थ बना हुआ है।
युवाओं काे आतंकी संगठन से जोड़ने की साजिश
मदनी नेपाल में मौलाना के रूप में दो मदरसों का संचालन करता है। सूत्रों की माने तो मदनी नेपाल में 'नेपाल एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी' के माध्यम से भारत विरोधी गतिविधियों का संचालन कर रहा है। वह नेपाल में तराई इलाके में मुस्लिम युवाओं काे आतंकी संगठन से जोड़ने में लगा है। इसके लिए उसने नेपाल के कपिलवस्तु में ठिकाना बनाया है। मदनी ऐसे युवाओं को आतंकी ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजने की कोशिश में लगा है। इसकी खुफिया जानकारी के बाद नेपाल सीमा पर सुरक्षा बल अलर्ट मोड में हैं।
कोर्ट से जमानत के बाद हो गया है फरार
मदनी को दिल्ली हवाई अड्डा से देशविरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली तीस हजारी कोर्ट से जमानत पर मिलने के बाद वह फरार है। अब नई दिल्ली के स्पेशल कोर्ट से वारंट जारी होने पर उसके खिलाफ फिर शिकंजा कसता जा रहा है।
वाराणसी का भी दौरा कर चुका है मदनी
खुफिया रिपोर्ट की मानें तो मदनी बिहार व यूपी में लश्कर के नेटवर्क का विस्तार कर रहा है। इस क्रम में वाराणसी को बेस बनाने की बात भी सामने आ रही है। मई में उसके यहां आने की सूचना की सूचना के बाद से विशेष अलर्ट जारी किया गया है। क्योंकि, वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र भी है। खबर है कि मदनी वाराणसी के एक मुसाफिरखाने में कई लोगों से मिला था। उसके साथ नेपाली मूल का एक अन्य आतंकी भी था।