पीठा ने ली दो बच्चों की जान, जहानाबाद में भाई-बहन की मौत, मां-दादी समेत तीन की हालत गंभीर
मखदुमपुर थाना क्षेत्र के विष्णुगंज ओपी के औदान बीघा गांव में विषाक्त भोजन खाने से दो मासूम बच्चे की मौत हो गई। परिवार के अन्य सदस्य बीमार हो गए। मंगलवार की रात घर में पीठा बना था। सभी ने पीठा ही खाया था।
जागरण संवाददाता, जहानाबाद। मखदुमपुर थाना क्षेत्र के विष्णुगंज ओपी के औदान बीघा गांव में विषाक्त भोजन खाने से दो मासूम बच्चे की मौत हो गई। परिवार के अन्य सदस्य बीमार हो गए। मंगलवार की रात घर में पीठा बना था। सभी ने पीठा ही खाया था। देर रात सभी की तबियत बिगड़ने लगी। बुधवार सुबह पड़ोसियों को जब उनके बीमार होने की जानकारी मिली तो सभी को सुखदेव प्रसाद वर्मा रेफरल अस्पताल, मधुपुर में भर्ती कराया गया। वहां दो बच्चों को डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। अन्य का इलाज चल रहा है।
देर रात बिगड़ने लगी सभी की तबियत
बताया जाता है कि विशुनगंज में स्टूडियो चलाने वाले नीतीश कुमार के घर में पीठा बना था। सभी ने रात में वही खाया लेकिन नीतीश ने पीठा नहीं खाया। देर रात सभी की हालत बिगड़ने लगी। सुबह में सभी को अस्पताल भेजा गया। वहां नीतीश के पांच वर्षीय पुत्र रिधन कुमार और दो वर्षीय पुत्री राधा कुमारी को डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। नीतीश की पत्नी सीमा कुमारी, मां उर्मिला देवी और घर की एक अन्य बुजुर्ग महिला जमुनी देवी का इलाज चल रहा है।
डाक्टर ने कहा-भोजन की जांच से पता चलेगा कारण
सदर अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि फिलहाल पूरा मामला फूड प्वाइजनिंग का ही है। लेकिन यह जांच का विषय है कि खाना में आखिर क्या चीज मिला था जिसके कारण दो बच्चों की मौत हो गई एवं अन्य लोग बीमार हो गए। इधर बिशुनगंज ओपी अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि प्रथम दृष्टया पूरा मामला फूड प्वाइजनिंग का ही प्रतीत होता है। फिलहाल हम लोग पूरे मामले की पड़ताल कर रहे हैं। भोजन का सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा इसके बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा की आखिर भोजन विषाक्त क्यों हुआ। हालांकि खाना खाने के सवाल पर कुछ पड़ोसियों का यह भी कहना है कि घर में लोग रोटी सब्जी और टमाटर की चटनी खाए थे। उसके बाद से ही उन लोगों की तबीयत बिगड़ी है। फिलहाल पूरा मामला अभी जांच का विषय बना हुआ है। एक हीं परिवार की दो बच्चों की मौत से गांव में कोहराम मच गया है। सदर अस्पताल में परिजनों की चीख पुकार से माहौल काफी देर तक गमगीन रहा।