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नेपाल के प्रधानमंत्री ने कहा - पटना से नेपाल अब बाय एयर आइए या एसी बस से

नेपाल के प्रधानमंत्री ने भारत-नेपाल के रिश्ते और प्रगाढ़ करने की पहल की है। उन्होंने कहा है कि जल्द ही पटना से काठमांडू के लिए हवाई सेवा और एसी बस सेवा शुरू की जाएगी।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 13 Sep 2016 12:14 PM (IST)Updated: Tue, 13 Sep 2016 08:20 PM (IST)
नेपाल के प्रधानमंत्री ने कहा - पटना से नेपाल अब बाय एयर आइए या एसी बस से

पटना [वेब डेस्क]। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल प्रचंड ने नेपाल और भारत के संबंधों पर नई पहल करने की बात कही है। उन्होंने मधेशी आंदोलन के थमने के बाद नेपाल और भारत के बीच कई योजनाओं पर बात करने की भी पहल की है।

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नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल प्रचंड अपने दूसरे कार्यकाल में न केवल भारत से बेहतर संबंधों के हिमायती नजर आ रहे हैं, बल्कि वह दोनों देशों की सीमा के आर-पार की बुनियादी समस्याओं के परस्पर सहयोग से समाधान के भी पक्षधर हैं। नेपाल की चोटियों से निकलने वाली नदियों से हर साल पैदा होने वाली बाढ़ और इससे दोनों तरफ होने वाली भारी क्षति के प्रति भी वह गंभीर हैं।

पटना से काठमांडू के बीच हवाई सेवा शुरू होगी

प्रचंड ने कहा कि पटना से काठमांडू हवाई सेवा शुरू होनी चाहिए। इसके रास्ते में क्या बाधाएं हैं, उसे भी मैं देखूंगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसी वर्ष 3 मार्च को अपनी काठमांडू यात्रा के दौरान वहां के तत्कालीन प्रधानमंत्री से कोसी नदी पर डैम के निर्माण के लिए सर्वे के काम में तेजी लाने का अनुरोध किया था। नीतीश ने पटना से काठमांडू हवाई सेवा शुरू करने पर भी जोर दिया था।

नेपाल में डैम बनाने से बिहार सहित देश के अन्य राज्यों को होगा फायदा

नेपाल में डैम बनाने की बात लंबे समय से चल रही है। डैम बनने से नेपाल में बिजली का उत्पादन होगा तो नेपाल की तराई समेत बिहार, उत्तर प्रद्रेश और उत्तराखंड को बाढ़ से निजात मिलेगी। उन्होंने दो टूक कहा कि इसके बारे में भी हमारी बात होगी। मैं अभी इतना ही कहूंगा।

भारत-नेपाल सीमा हमारे यूनिकनेस हैं

उनसे जब यह पूछा गया कि दोनों देशों की खुली सीमा से कई तरह की समस्याएं पैदा होती हैं। आप इसके समाधान को लेकर भी बात करना चाहेंगे? प्रचंड ने कहा कि खुली सीमा ही हमारे संबंधों का यूनिकनेस है। यही खूबसूरती है। लेकिन इसको लेकर जो खतरा है, उस मोर्चे पर दोनों देशों को मिलकर काम करना होगा।

भारत-नेपाल सीमा पर बनेगा पक्का पुल

भारत और नेपाल के बीच बहने वाली मोहाना नदी पर पक्का पुल बनेगा। रविवार को नेपाल की एक टीम सर्वे को पहुंची। भारत-नेपाल सीमा पर बह रही मोहाना नदी के गुलरिया घाट पर पक्का पुल बनाने को लेकर नेपाल से सर्वे करने के लिए टीम पहुंची। इस पुल के बन जाने से बाढ़ प्रभावित भारतीय इलाकों को भी बड़ी राहत मिलने के आसार हैं।

नेपाल के काठमांडू कांसलटेंट से आये गुलरिया घाट पर पुल निर्माण के सर्वे टीम में इंजीनियर सुदीप कार्को ,सहायक इंजीनियर दिनेश बूढ़ाठोकी ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर बह रही मोहाना नदी के गुलरिया घाट पर पुल निर्माण कार्य में सर्वे के मुताबिक लगभग 100 मीटर लम्बा पुल निर्माण होगा। इसका मानक पुल के डिजाइन के हिसाब से पुल निर्माण विभाग तय करेगा।

उन्होंने बताया की इस पुल का निर्माण दोनों देशों की सहमति से होना है। दोनों देशों के उच्चस्तरीय अधिकारियों की वार्ता चल रही है। गुलरिया घाट पर पक्का पुल निर्माण के लिए वर्षो से ग्रामीणों की मांग रही है। प्रतिदिन सैकड़ों लोग दैनिक उपयोग की चीजों को लेने के लिए नाव से आते-जाते हैं। पुल बन जाने से वर्षों पुराना ग्रामीणों का सपना पूरा होगा।

पटना से काठमांडू के लिए एसी बसें चलेंगी

पटना से मुजफ्फरपुर होते हुए काठमांडू तक शीघ्र ही अत्याधुनिक एसी बसें चलेंगी। परिवहन विभाग ने पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) नीति पर इसको चलाने की योजना बनाई है। इसके लिए विभाग के साथ बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने भी इसको लेकर प्रयास तेज कर दिया है। अक्टूबर से दोनों देशों के बीच बस सेवा शुरू होने की संभावना है।

निगम ने दो निजी बस ऑपरेटरों से करार किया है। इसके लिए पूर्व में ही टेंडर हो चुका है। परिचालन के लिए विभाग ने नेपाली दूतावास को परमिट फाइल भेजी है। परमिट मिलते ही बस का किराया तय किया जाएगा। त्योहारी सीजन के कारण दोनों देशों के अधिकारी अक्टूबर से ही बस चलाने की तैयारी में है।

मधेशी आंदोलन थमने के बाद भारत व नेपाल के संबंध बेहतर होते ही दोनों देशों की सरकार ने बस सेवा के लिए पहल की है। इसके तहत पटना से काठमांडू तब बसों का परिचालन शामिल है। बस पटना से मुजफ्फरपुर, मोतिहारी व रक्सौल होते हुए नेपाल में प्रवेश करेगी। नेट के अलावा निगम के डिपो में भी टिकटों की बुकिंग की सुविधा होगी। बस परिचालन से दोनों देशों के पर्यटन में इजाफा के साथ लोगों को यात्रा में आसानी होगी।

पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत पटना व काठमांडू तक एसी बसें चलेंगी। इसके लिए दो निजी बस ऑपरेटरों के साथ करार हुआ है। नेपाली दूतावास से परमिट मिलते ही अक्टूबर से बसें चलने लगेंगी। बस के परिचालन के लिए तेजी से काम हो रहा है।

एसएन झा, प्रमंडलीय प्रबंधक, बिहार राज्य पथ परिवहन निगम


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