सऊदी में फंसे भारतीय कामगारों ने वीडियो बनाकर किया वायरल, दैनिक जागरण से दर्द किया बयां
बिहार से सऊदी गए भारतीय कामगारों ने भारत सरकार से वतन वापसी कराने की गुहार लगाई है। उन्होंने कंपनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए 4-5 महीने से सैलरी नहीं देने पासपोर्ट जब्त करने वीजा नहीं लगाने के साथ ही सैलरी मांगे जाने पर मारने-पीटने का भी आरोप लगाया है।
पटना, जेएनएन। परिवार की गृहस्थी चलाने के लिए दिल पर पत्थर रख अपने परिवार से हज़ारों किलोमीटर दूर भारत से सऊदी गए बिहार सहित देश के अन्य राज्यों के कामगारों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। उन्हें वहां कंपनियों के द्वारा तरह-तरह की यातनाएं झेलनी पड़ रही हैं। सऊदी के जुबैल शहर में डब्लूकेसी कंपनी में काम करने वाले बिहारी कामगारों ने अपनी वीडियो बनाकर वायरल किया है। इस वीडियो में बिहार के सिवान, गोपालगंज, भोजपुर, सहित भारत के कई राज्यों के लोगों ने अपना दर्द बयां किया है। वीडियो में भारतीय कामगारों ने डब्लूकेसी के मैनेजर मूल रूप से केरल के रहने वाले अंसारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए 4-5 महीने से सैलरी नहीं देने, पासपोर्ट जब्त करने, वीजा नहीं लगाने, अपनी मर्जी से सैलरी देने, किसी-किसी को बीस महीने से एकामा नहीं बनवाने के साथ ही सैलरी मांगने जाने पर मारने-पीटने का भी आरोप लगाया है।
भारत सरकार से बार-बार वतन वापसी की लगा रहे गुहार
वीडियो में भारतीयों को एक कमरे में इकट्ठे होकर अपनी आपबीती सुनाते देखा जा सकता है। वो कह रहे हैं कि इस तरह के वीडियो के वायरल होने के बाद अब उनको जान-माल की सुरक्षा का भी भय सता रहा है। वो काफी सहमे हुए हैं कभी भी जान माल की क्षति हो सकती है। वो लोग वहां बंधक बना लिए गए हैं और किसी भी हालत में वापस भारत आना चाहते हैं। वो बार-बार भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें कुछ भी करके जैसे भी हो वापस भारत बुला लिया जाए ताकि अपने स्वजनों से मिल सकें।
दैनिक जागरण से बिहार सहित अन्य राज्य के लोगों ने बयां किया दर्द
वीडियो में सिवान के रहने वाले अमित कुमार ने आरोप लगाया कि एक साल से ऊपर हो गया पर अभी तक मुझे एकामा नहीं दिया गया। मांगने जाने पर ऑफिस में ही मारा-पीटा जाता है।
सिवान के ही रहने वाले विनोद यादव ने बताया कि उन्हें जिस काम के लिए बुलाया गया था वो काम नहीं कराया जाता बल्कि कुछ और ही कराया जाता है। मेडिकल बोलकर छुट्टी के लिए आवेदन दिया जाता है तो तरह-तरह की धमकियां दी जाती हैं।
गोपालगंज के नागेंद्र साह ने वायरल वीडियो में कहा है कि छह महीने से उनको सैलरी नहीं दी गई है मारपीट कर कागज पर हस्ताक्षर भी करा लिया गया है। यही नहीं पासपोर्ट अपने ही पास रखा हुआ है साथ ही एकामा को रिन्यूअल भी नहीं करता। अगर यह रिन्यूअल नहीं होगा तो पुलिस पकड़ लेगी और जेल में डाल देगी।
आंध्र प्रदेश के रहने वाले किशोर ने वीडियो में अपने दर्द को बयां करते हुए बताया है कि मैं जब आया था तब मेरा पासपोर्ट ले लिया गया। पिछले 4 महीनों से मेरे साथ साथ कई लोगों को सैलरी नहीं दी गई है। मेडिकल इंस्योरेंस के बारे में पूछने पर मारा-पीटा जाता है।
गोपालगंज बिहार के रहने वाले अमरेश सिंह ने अपने दर्द को बयां करते हुए बताया कि कंपनी के मैनेजर का खौफ इतना है कि तकरीबन 800 से हज़ार लोग भारत से हैं पर आजतक कोई भी उसके खिलाफ आवाज़ नहीं उठा पा रहा है। हमलोग भारत सरकार से यही चाहते हैं कि जल्द से जल्द हमलोगों की वतन वापसी हो जाए।