सासाराम में दारोगा के पुत्र की अगवा कर हत्या, नहर से मिला शव, शरीर पर जख्म के गहरे निशान
दरीगांव थाना क्षेत्र के फोरलेन से सटे बेदा नहर से सोमवार को दारोगा के पुत्र धनंजय प्रजापति (28 वर्ष) का शव बरामद किया गया। वह 23 अक्टूबर की शाम से लापता था। धनंजय कोर्ट हाजत में तैनात दारोगा सूर्य नाथ प्रसाद का पुत्र था ।
जेएनएन, पटना। प्रदेश में अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। दरीगांव थाना क्षेत्र के फोरलेन से सटे बेदा नहर से सोमवार को दारोगा के पुत्र धनंजय प्रजापति (28 वर्ष) का शव बरामद किया गया। वह 23 अक्टूबर की शाम से लापता था। धनंजय कोर्ट हाजत में तैनात दारोगा सूर्य नाथ प्रसाद का पुत्र था और स्थानीय शेरशाह होटल के पीछे चंद्रवंशी नगर में रहता था। स्वजनों का आरोप है कि अगवा कर उसकी हत्या की दी गई है।
दरीगांव थाने पर तैनात एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 23 अक्टूबर को घर से किसी से मिलने की बात कहकर वह निकला था। उसके बाद घर नहीं लौटा। आज उसका शव नहर से बरामद किया गया।
बताया जाता है कि धनंजय 23 अक्टूबर की शाम घर से निकला था। उस समय उसके मोबाइल पर किसी का फोन आया था। फोन आते ही वह बाहर निकल गया। घर से निकलने से पहले उसने पत्नी से दस मिनट में लौटने की बात कही थी। रात तक घर नहीं लौटने पर स्वजनों को अंदेशा हुआ। उसके बाद उन्होंने उसके मोबाइल पर फोन किया तो बंद था। घबराए स्वजनों ने पहले रिश्तेदारों के यहां फोन कर जानकारी ली तो कहीं से शुभ समाचार नहीं मिला। उसके बाद स्वजन उसे ढूंढऩे घर से निकल गए। पहले आसपास के क्षेत्रों में पूछा और पड़ोसियों से भी बात की, लेकिन कहीं सुराग नहीं लगा। परेशान परिवार के लोगों ने रातभर उसकी खोजबीन जारी रखी। अगले दिन शाम तक कहीं सुराग नहीं मिलने पर स्वजनों ने 24 अक्टूबर की शाम दरीगांव थाने में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पुलिस भी उसकी तलाश में जुट गई पर कहीं कोई पता नहीं चला। अब उसका शव नहर से बरामद हुआ तो कोहराम मच गया। घर वालों की मानें तो उसके शरीर पर कई जगह गहरे जख्म के निशान हैं। हत्या क्यों और किसने की, पुलिस इसकी जांच कर रही है। वहीं, गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। स्वजनों को रो-रोकर बुरा हाल है।