PMCH में सिर्फ कागज पर चलती है शाम की ओपीडी, न डॉक्टर आते हैं न मरीज
पीएमसीएच में शाम में ओपीडी की व्यवस्था केवल कागज तक ही सीमित है। 3 से 5 बजे तक ओपीडी का निर्धारित है समय पर डॉक्टरों के नहीं आने से मरीज भी अब नदारद रहते हैं।
नीरज कुमार, पटना। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में शाम की ओपीडी व्यवस्था चरमरा गई है। स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों के लिए अपराह्न 3 से 5 बजे का समय निर्धारित किया गया है लेकिन डॉक्टर कब आते हैं और कब जाते हैं किसी को पता नहीं चलता है।
मरीजों के लिए सरकार ने की थी व्यवस्था
सुबह में मरीजों की भीड़ कम करने के लिए सरकार की ओर से शाम की ओपीडी चलाने का निर्णय लिया गया था। विशेषकर सुपर स्पेशियलिटी वाले मरीजों को शाम में इलाज की व्यवस्था की गई थी। शाम की ओपीडी में आम मरीजों के अलावा वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी, लेकिन डॉक्टरों की शिथिलता से सब पर पानी फिर गया है।
डॉक्टरों के न आने से मरीज भी नहीं दिखते
जानकार बताते हैं कि पहले पीएमसीएच में शाम की ओपीडी में मरीज आते थे लेकिन धीरे-धीरे डॉक्टरों ने आना बंद कर दिया। इससे मरीजों की संख्या भी कम होती चली गई। वर्तमान में शाम की ओपीडी लगभग बंद हो गई है। अब एक भी डॉक्टर नहीं आ रहे हैं। पीएमसीएच के आंकड़े के अनुसार सोमवार को एक भी मरीज शाम की ओपीडी में इलाज के लिए नहीं आए। पीएमसीएच में शिशु विभाग, हड्डी, महिला एवं प्रसूति, सर्जरी, आंख, नेफ्रोलॉजी एवं मेडिसीन विभाग की ओपीडी संचालित होती है।
शाम की ओपीडी में नहीं बैठने वाले डॉक्टरों पर होगी कार्रवाई
पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि शाम की ओपीडी में न बैठने वाले डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनके बारे में एक पत्र स्वास्थ्य विभाग को भेज दिया जाएगा। साथ ही कोशिश की जाएगी कि शाम की ओपीडी में आने वाले मरीजों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए। जरूरत पडऩे पर शाम की ओपीडी में आने वाले मरीजों के लिए जांच एवं दवा की भी व्यवस्था की जाएगी।