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PM मोदी पर भारी पड़े CM नीतीश, यहां है उनकी सबसे अधिक डिमांड

पटना पुस्तक मेले में पीएम मोदी और सीएम नीतीश की पुस्तकों की भी बिक्री हो रही है। लेकिन यहां सीएम नीतीश ने पीएम मोदी को पीछे छोड़ दिया है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Mon, 06 Feb 2017 09:24 AM (IST)Updated: Mon, 06 Feb 2017 10:50 PM (IST)
PM मोदी पर भारी पड़े CM नीतीश, यहां है उनकी सबसे अधिक डिमांड
PM मोदी पर भारी पड़े CM नीतीश, यहां है उनकी सबसे अधिक डिमांड

पटना [जेएनएन]। बिहार में अभी चुनाव भले ही नहीं हो रहा है, लेकिन बुक फेयर में नीतीश कुमार का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है। वे बाकी राजनेताओं से काफी आगे चल रहे हैं। मेले में नरेंद्र मोदी, नितिन गडकरी, अटल बिहारी, अरुण जेटली, लालकृष्ण आडवाणी इत्यादि की किताबें भी सजी हुई हैं।

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दुकानदारों की मानें तो पहले दिन ही नीतीश कुमार की दर्जनों किताबें बिक गईं। नीतीश कुमार पर बंधु बिहार, अकेला आदमी आदि कई किताबें पुस्तक मेले में उपलब्ध हैं।

कैशलेस का खूब दिख रहा असर

कैशलेस का असर पुस्तक मेला में भी खूब दिख रहा है। आधे से अधिक स्टॉल पर इस बार स्वैप मशीन दिख रही है। भीम एप और पेटीएम का भी इस्तेमाल हो रहा है। दुकानदारों ने कहा कि कैशलेस में सबसे अधिक यहां एटीएम कार्ड से ही पैसे चुकाए जा रहे हैं।

किस प्रकाशन पर कितनी छूट

प्रकाशन छूट

-वाणी प्रकाशन 10 से 20

-प्रभात प्रकाशन 20

-पुस्तक महल 10

-राजकमल 20 से 30

-अरिहंत 30

-उपकार 30 प्रतिशत

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मेले में आए लोगों की जुबानी

ऐसे तो पढ़ाई और कॉलेज से समय नहीं मिलता है। रविवार होने की वजह से आज घूमने चले आया। पुस्तक मेला में लेटर ड्राफ्टिंग की किताब लेने आए हैं। कई स्टॉल घूम लिया, लेकिन अभी तक नहीं मिला। आज पहला दिन आए हैं।

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राहुल कुमार, छात्र

आज मेले में मेरा पहला दिन है। अंबेडकर पर लिखी एक किताब लेनी है। इसी के लिए आया हूं। साथ में अगर कुछ और पसंद आ जाए तो अलग बात है।

नितिन राज, छात्र

मैं पिछले कई सालों से पुस्तक मेले में आ रही हूं। यहां कई ज्ञानवर्धक किताबें मिल जाती हैं। हिंदी साहित्य की किताबें मुझे काफी पसंद है। इस बार भी मैंने रश्मिरथी, उर्वशी आदि खरीदी है।

अंकिता आलिया, छात्रा

मैं यहां लगातार चार साल से आ रहा हूं। मैं मीडिया से संबंधित किताबें लेने आया हूं। कल भी आया था और आज मेरी दूसरा दिन है। कई स्टॉल घूम चूका हूं, लेकिन सही सेलेक्शन के लिए बेहतर की तलाश में हूं।

शोभित सुमन, छात्र


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