फोर्स्ड लीव पर भेजी गई आइजीआइएमएस नर्सिग कॉलेज की प्राचार्या
इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) के नर्सिग हॉस्टल में आत्महत्या करने के मामले में आइजीआइएमएस निदेशक ने कार्रवाई की है।
पटना । इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) के नर्सिग हॉस्टल में आत्महत्या के बाद उपजे तनाव के बाद छात्राओं के आक्रोश को देखते हुए प्राचार्या को फोर्स लीव पर भेज दिया गया। गुरुवार दोपहर संस्थान के निदेशक डॉ. एनआर बिश्वास के छुट्टी से लौटने के बाद यह कार्रवाई की गई। प्रदर्शन कर रही छात्राओं के आवेदन पर मामले की जांच के लिए भी निदेशक ने कमेटी गठित कर दी है। यह कमेटी छात्राओं के बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी। छात्राओं की मांग मंजूर होने के बाद आइजीआइएमएस के नर्सिग कॉलेज को भी शुक्रवार से खोलने का फैसला लिया गया है। इधर, मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच कमेटी गठित की गई है। लेकिन अब तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। जांच कमेटी गठित होने के बाद भी प्राचार्या की कुर्सी पर बने रहने से जांच कमेटी पर असर होने की बात कही जा रही थी। इसको देखते हुए आइजीआइएमएस प्रशासन ने यह कार्रवाई का फैसला लिया।
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: निदेशक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन :
नर्सिग हॉस्टल में आत्महत्या के बाद उपजे तनाव के बाद छात्राओं के प्रदर्शन के समर्थन में गुरुवार को भाकपा माले विधायक महबूब आलम आइजीआइएमएस पहुंचे। धरना पर बैठी छात्राओं को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि नर्सिग छात्रा के सुसाइड का मामला विधान सभा में उठाया जाएगा। नर्सिंग की छात्राएं खुशबू को न्याय दिलाने को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। छात्राओं के समर्थन में भाकपा माले के विधायक महबूब आलम, ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने छात्राओं के आदोलन को और मजबूत तरीके से उठाने और लड़ाई को निर्णायक मोड़ तक ले जाने का संकल्प लिया। कहा कि छात्राओं की मांग के अनुसार मामले की सीबीआई जांच, घटना में संलिप्त शिक्षकों एवं प्राचार्य को गिरफ्तार कर जेल भेजने, छात्राओं की सुरक्षा पुख्ता करने की गारंटी देने आदि माग को विधान सभा मे उठाने का वादा किया। इस दौरान आइसा के राज्य अध्यक्ष मोख्तार, राज्य कार्यकारिणी सदस्य रामजी यादव, संतोष आर्य, पटना कॉलेज काउंसलर प्राची, पटना वीमेंस कॉलेज काउंसलर जुलेखा आलम भी थे।