आइजीआइएमएस में हुआ जटिल कैंसर का ऑपरेशन
लॉकडाउन में पहली बार किया गया जटिल ऑपरेशन
पटना। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) के सर्जिकल गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग में कैंसर का जटिल ऑपरेशन किया गया। समस्तीपुर का 60 वर्षीय मरीज जॉडिंस व पेट दर्द की शिकायत लेकर सर्जिकल गैस्ट्रोइंट्रौलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. मनीष मंडल से दिखाने पहुंचा। पांच अगस्त को जांच में पता चला कि पित्त की नली में कैंसर है, जो गंभीर रूप से पित्त की थैली को जकड़े हुए है एवं पैनक्रियाज, लीवर के खून की नली से चिपका है। बीमारी गंभीर होने के कारण संस्थान के कैंसर बोर्ड में शामिल डॉ. राकेश कुमार, डॉ. साकेत कुमार, डॉ. अरविंद कुमार एवं डॉ. राजेश कुमार सिंह के साथ विमर्श कर सर्जरी करने का निर्णय लिया गया। सर्जिकल गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी के डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को छह घंटे तक मरीज का ऑपरेशन किया गया। इसमें पित्त की नली की थैली के साथ पैनक्रियाज का भी कुछ हिस्सा काटकर निकालना पड़ा। इसके बाद आंत को लीवर से जोड़कर बाइपास बनाना पड़ा। ऑपरेशन टीम में डॉ. साकेत कुमार, डॉ. तुषार कुमार, डॉ. निशांत कुरियन, डॉ. वेंकट की मदद से निश्चेतना विभाग के डॉ. अरविंद एवं डॉ. फिसीउल्लाह शामिल रहे।
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कोरोना काल में पहला जटिल ऑपरेशन
संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि कोरोना को लेकर हुए लॉकडाउन में यह पहला जटिल ऑपरेशन किया गया। उन्होंने कहा कि इस दौरान पित्त की थैली के कैंसर का 10 ऑपरेशन, पित्त के नली का 14 ऑपरेशन एवं पैनक्रियाज के आठ ऑपरेशन किए गए। सफल ऑपरेशन पर निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने पूरी टीम को बधाई दी है।