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बिजली कटने का मैसेज आए तो डरें नहीं सावधानी बरतें, वरना गवां देंगे जमा-पूंजी

बिजली कटने का डर सताया और बिना सोचे-समझे मैसेज में लिखी बातों को मानते चले गए तो आपके बैंक अकाउंट से रकम गायब हो सकती है। ताजा मामला राजीव नगर का है। वहां रहने वाले अजय कुमार साइबर जालसाज ने बिजली कटने का मैसेज भेजा जिसमें एक नंबर भी लिखा था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 May 2022 02:20 AM (IST)Updated: Tue, 17 May 2022 02:20 AM (IST)
बिजली कटने का मैसेज आए तो डरें नहीं सावधानी बरतें, वरना गवां देंगे जमा-पूंजी
बिजली कटने का मैसेज आए तो डरें नहीं सावधानी बरतें, वरना गवां देंगे जमा-पूंजी

पटना। मोबाइल पर अगर प्राइवेट नंबर से बिजली कटने का मैसेज आए तो सतर्क हो जाएं। बिजली कटने का डर सताया और बिना सोचे-समझे मैसेज में लिखी बातों को मानते चले गए तो आपके बैंक अकाउंट से रकम गायब हो सकती है। ताजा मामला राजीव नगर का है। वहां रहने वाले अजय कुमार साइबर जालसाज ने बिजली कटने का मैसेज भेजा, जिसमें एक नंबर भी लिखा था। उस नंबर पर संपर्क करने के बाद शातिर दो एप डाउनलोड कराए और खाते से 74 हजार 990 रुपये निकल गए। बिजली कंपनी ने स्पष्ट किया है कि उपभोक्ताओं को कभी प्राइवेट नंबर और रात के वक्त या छुट्टी के दिन मैसेज नहीं भेजा जाता।

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मूलरूप से नालंदा के रहने वाले अजय कुमार का खाता एसबीआइ के राजीव नगर ब्रांच में है। उन्होंने पुलिस को बताया कि शातिर ने उनकी पत्नी के मोबाइल पर बिजली कटने का मैसेज भेजा। मैसेज में इससे बचने के लिए दिए गए नंबर पर संपर्क करने की बात लिखी थी। अजय ने उस नंबर पर संपर्क किया तो जालसाज ने झांसे में लेकर मोबाइल पर दो एप डाउनलोड करवा दिए। इसके बाद उनसे दस रुपये जमा करवाया। कुछ देर बाद उनके मोबाइल का नियंत्रण किसी और के हाथों में चला गया और अकाउंट से 74 हजार 990 रुपये की निकासी हो गई।

गौरतलब है कि इसके पूर्व भी लिक भेजकर लोगों के खाते से रकम निकासी की शिकायतें सामने आ चुकी हैं। कुछ दिन पूर्व ही कंकड़बाग थाना क्षेत्र के चांदमारी रोड निवासी चंदन के क्रेडिट कार्ड से एक लाख रुपये की अवैध निकासी हो गई थी।

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एनी डेस्क एप है खतरनाक

साइबर अपराधी लोगों को बिजली कटने और बिल जमा करने के लिए एसएमएस के साथ मोबाइल नंबर भेजते हैं। बिल जमा करने के लिए एनी डेस्क एप डाउनलोड करके अपने खाते में दस रुपये भेजने को कहते हैं। अगर उपभोक्ता बताए गए एप के माध्यम से रकम ट्रांसफर कर देते हैं तो शातिर उनके मोबाइल का कंट्रोल अपने हाथ में ले लेते हैं। इसके बाद वे खाते से मोटी रकम की निकासी कर लेते हैं।

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बिजली विभाग द्वारा भेजे जाने वाले किसी भी एसएमएस में मोबाइल नंबर नहीं दिया जाता है। उपभोक्ताओं से अनुरोध है कि इस प्रकार के एसएमएस को नजरअंदाज करें। विद्युत कंपनी रात में या छुट्टी के दिन बकाया बिल वाले उपभोक्ताओं की बिजली नहीं काटती है। कंपनी की ओर से मैसेज के माध्यम से उपभोक्ताओं को सतर्क किया जाता है।

-अरविद कुमार, महाप्रबंधक राजस्व, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड


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