तेज दर्द के साथ हो बुखार हो तो जरूर कराएं जांच
यदि लोग इस रोग के मौसम में आंखों के पीछे जोड़ों व शरीर में तेज दर्द के साथ बुखार होने पर जांच करा लें। जांच में पुष्टि होते ही यदि फिजिशियन डाक्टर के लगातार संपर्क में रहा जाए तो इसके घातक परिणामों के सामने आने की आशंका काफी हद तक कम हो जाती है।
पटना। जुलाई से नवंबर तक यानी बारिश के दौरान और उसके बाद डेंगू के मरीज तेजी से बढ़ते हैं। हर वर्ष दुनिया के 100 से 400 मिलियन लोग इस रोग की चपेट में आते हैं। इसमें से बहुत से लोगों की हर वर्ष मौत हो जाती है। डेंगू के घातक परिणामों से बचा जा सकता है। यदि लोग इस रोग के मौसम में आंखों के पीछे, जोड़ों व शरीर में तेज दर्द के साथ बुखार होने पर जांच करा लें। जांच में पुष्टि होते ही यदि फिजिशियन डाक्टर के लगातार संपर्क में रहा जाए तो इसके घातक परिणामों के सामने आने की आशंका काफी हद तक कम हो जाती है।
ये बातें राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर मंगलवार को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में सामान्य औषधि विभाग द्वारा आयोजित वैज्ञानिक कार्यशाला सह सामुदायिक जन जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए निदेशक सह डेंगू बुखार के राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ डा. आशुतोष विश्वास ने कहीं।
बताते चलें कि प्रदेश में 2019 में 6,712 लोग, 2020 में 493 और 2021 में 633 लोग डेंगू की चपेट में आए थे। वहीं, देश में 2019 में 2.05 लाख और 2021 में 1.64 लाख लोग डेंगू की चपेट में आए थे।
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हाथ मिलाने से थमेगा डेंगू
सामान्य औषधि विभाग के प्रोफेसर सह आयोजक सचिव डा. सुधीर कुमार ने कहा कि डेंगू मौसम आने के पूर्व एडीज मच्छरों की संख्या नियंत्रित कर, घरों में बचाव के उपायों को सुनिश्चित कर और आमलोगों को जागरूक करने से काफी हद तक डेंगू को बढ़ने से रोका जा सकता है। इसके लिए आमजन, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम को हाथ से हाथ मिलाकर उपाय करने होंगे। मौके पर डीन शैक्षणिक डा. वीएम दयाल, डीन परीक्षा डा. बीपी सिंह, उप निदेशक प्रशासन डा. विभूति प्रसन्न सिन्हा, प्राचार्य डा. रंजीत गुहा, चिकित्साधीक्षक डा. मनीष मंडल, किडनी रोग के विभागाध्यक्ष डा. ओम कुमार, फार्माकोलाजी के विभागाध्यक्ष डा. हरिहर दीक्षित, डा. नरेश कुमार, डा. अरशद अहमद, डा. प्रवीण कुमार, डा. अमित कुमार मिश्र, डा. मनोज कुमार चौधरी, डा. भीम राम डा. समीर कुमार, डा. ज्योति कुमार दिनकर, डा. संजय कुमार के अलावा तमाम छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
------------- डेंगू से सुरक्षा को जागरूकता
और सहभागिता जरूरी
पटना : बारिश के मौसम से कड़ाके की ठंड तक सताने वाले जानलेवा मच्छरजनित रोग डेंगू से निपटने के लिए तमाम तैयारियां पूरी कर ली हैं। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में किट उपलब्ध करा दी गई हैं। प्लेटलेट्स जांच के लिए कंप्लीट ब्लड काउंट की सुविधा है। इसके अलावा गंभीर रोगियों को रेफर करने के लिए 24 घंटे निश्शुल्क एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध रहेगी। जागरूकता और जनसहभागिता से स्वच्छता और सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल कर इस रोग से बचाव किया जा सकता है। मच्छर साफ पानी में पनपते हैं इसलिए घर और आसपास इसे जमा नहीं होने दें। ये बातें जिला सिविल सर्जन डा. विभा कुमारी सिंह ने मलेरिया विभाग के साथ सिविल सर्जन कार्यालय में सातवें राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. सुभाष चंद्र प्रसाद ने कहा बारिश के मौसम में डेंगू व चिकनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है। एडीज मच्छर के काटने से होने वाले इस रोग में मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स तेजी से कम होते हैं और इससे मौत तक हो सकती है। रोग प्रसार रोकने को आमजन को जागरूक करना बहुत जरूरी है। मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा. आरपी.सिंह, चिकित्सा पदाधिकारी डा. अनुपमा रंजन, डा. कामिनी, वेक्टर बोर्न डिजीज को-ओर्डिनेटर पंकज कुमार, कल्याणी सिंह आदि मौजूद थे।