ब्रेन स्ट्रोक व लकवा के मरीजों से आइसीयू फुल, जानें कैसे बरतें सावधानी
पटना में भले कोहरा न पड़ रहा हो पर आइसीयू मरीजों से भरे हैं। इसमें सबसे अधिक मरीज ब्रेन स्ट्रोक, लकवा व कॉर्डियोलॉजी के हैं।
पटना, जेएनएन। ठंड के प्रकोप के कारण राजधानी के सभी सरकारी अस्पतालों के आइसीयू फुल चल रहे हैं। इसमें सबसे अधिक मरीज ब्रेन स्ट्रोक, लकवा व कॉर्डियोलॉजी के है। नतीजन अन्य विभागों के गंभीर मरीजों को आइसीयू में जगह नहीं मिल रही है। जबकि सूबे के हर जिले से गंभीर मरीज राजधानी के आइजीआइएमएस, पीएमसीएच और एम्स पहुंच रहे हैं। लेकिन आइसीयू में जगह नहीं मिलने के कारण उन्हें मजबूरन निजी नर्सिग होम को अपना ठिकाना बनाना पड़ रहा है। इससे मरीजों को बीमारी के साथ आर्थिक रूप से परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। पीएमसीएच के मुख्य आकस्मिक चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अभिजीत सिंह ने बताया कि ठंड में ब्लड मोटा होने लगता है। लोग बीपी व शुगर पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं जिस कारण परेशानी बढ जाती है।
आइसीयू के लिए ‘माननीय’ भी कर रहे पैरवी
अस्पताल में आइसीयू की मारामारी को देख मरीजों के परिजन ‘माननीय’ से भी सिफारिश करवा रहे हैं। लेकिन बेड खाली नहीं होने के कारण मरीजों की मजबूरी बरकरार है। गुरुवार को केवल आइजीआइएमएस के रेड जोन में 14 में से पांच, सीआइसीयू के 12 में से चार, एचडीयू के 15 में से छह मरीज ब्रेन स्ट्रोक व लकवा के कारण आइसीयू में भर्ती है। जबकि इमरजेंसी व ट्रामा जोन में 10 मरीज भर्ती हैं। पीएमसीएच के इमरजेंसी में 12 एवं एम्स के आइसीयू में ब्रेन स्ट्रोक व लकवा के चार मरीज भर्ती हैं। आइजीआइएमएस चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष कुमार मंडल ने बताया कि ठंड के बढने के बाद सबसे अधिक मरीज ब्रेन स्ट्रोक व लकवा के भर्ती हो रहे हैं। इसकी रिकवरी होने में समय लगने के कारण आइसीयू खाली नहीं हो रहे हैं। इस कारण नए मरीजों को आइसीयू में जगह नहीं मिल पा रही है।
एेसे बरतें सावधानी
संयमित भोजन करें
बीपी, शुगर पीड़ित दवा नियमित लें
तनाव मुक्त रहें, भरपूर नींद लें
खानपान में सतर्कता
मसालेदार भोजन से परहेज करें
धूम्रपान व तंबाकू से दूर रहें
हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें
बीपी मरीज नमक कम खाएं