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शर्मनाक: अस्‍पताल कर्मचारियों ने व्‍हीलचेयर पर सौंपा शव, एंबुलेंस के लिए मांगे पैसे

बिहार के जहानाबाद जिले में एक शर्मनाक घटना सामने आयी है। यहां जिला अस्‍पताल में मौत के बाद कर्मचारियों एंबुलेंस के लिए पैसे मांगे, नहीं देने पर व्‍हील चेयर पर शव को सौंपा।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Fri, 25 Aug 2017 05:57 PM (IST)Updated: Fri, 25 Aug 2017 08:20 PM (IST)
शर्मनाक: अस्‍पताल कर्मचारियों ने व्‍हीलचेयर पर सौंपा शव, एंबुलेंस के लिए मांगे पैसे
शर्मनाक: अस्‍पताल कर्मचारियों ने व्‍हीलचेयर पर सौंपा शव, एंबुलेंस के लिए मांगे पैसे

पटना [जागरण टीम]। बिहार के अस्‍पतालों में एक के बाद एक शर्मनाक करने वाले मामले सामने अा रहे हैं, चाहे वह राजधानी पटना स्थित आइजीआइएमएस की बात हो या फिर किसी जिले में स्थित अस्‍पताल की। ताजा मामला जहानाबाद जिले का है, जहां मरीज की मौत के बाद जब परिजनों ने एंबुलेंस की मांग की तो उनके पैसे मांगे गये। जब परिजनों ने पैसा नहीं दिया तो शव व्‍हील चेयर पर सौंप दिया गया।

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प्राप्‍त जानकारी के अनुसार, जहानाबाद जिला अस्पताल में गुरुवार को परसबिगहा थाने के आलमपुर गांव के कृष्ण मोहन सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई। अस्पताल के कर्मियों ने व्हील चेयर पर रख कर परिजनों को शव सौंप दिया। व्हील चेयर पर परिजन शव कैसे ले जाते, इसलिए उन्होंने कर्मचारियों से एंबुलेंस की मांग की।

इस पर परिजनों का आरोप है कि वहां के कर्मचारियों ने एंबुलेंस के बदले उनसे मोटी रकम मांगी। जिसे देने में मृतक के परिजन सक्षम नहीं थे। इस कारण उन्हें एंबुलेंस नहीं मिल पाई।

करीब एक घंटे से ज्यादा परिजन अस्पताल की इमरजेंसी के पास रोते-बिलखते रहे। यही नहीं कई कर्मचारियों के सामने उन्होंने गिड़गिड़ाया भी, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी। उन्हें रोता गिड़गिड़ाता देख वहां के स्थानीय लोग उनके साथ हो गए और हंगामा करने लगे। हंगामें के बाद उन्हें शव ले जाने के लिए एंबुलेंस मिली।

डाक्‍टर ने घटना की जानकारी से किया इंकार
ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर वीके शाही ने बताया कि वे मरीजों के इलाज में व्यस्त थे। इसी बीच उस व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक क्रॉनिक हार्ट पेशेंट था। ये पूछे जाने पर कि शव को व्हील चेयर पर रख कर कैसे परिजनों को सौंप दिया गया, इस पर उन्होंने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। वैसे जिस कर्मचारी ने भी ये किया है, उसने गलती की है।

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सिविल सर्जन ने कहा- यह मेरी जिम्‍मेवारी नहीं
शव को व्हील चेयर पर रखे जाने के सवाल पर सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार ने कहा कि वे पूरा जिला देखते हैं। अस्पताल में मरीजों की सुविधा की जिम्मेदारी डिप्टी सुप्रीटेंडेंट की है। गड़बड़ी के बारे में उन्हीं से सवाल पूछें।

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