Bihar Kisan News: किसानों की आय बढ़ाने पर नीतीश सरकार देगी जोर, CM ने लॉन्च किया बिहार कृषि मोबाइल ऐप
राज्य सरकार किसानों को औद्यानिक खेती के लिए प्रोत्साहित करेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कृषि विभाग की कई योजनाओं का शिलान्यास किया और नए प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिए। उन्होंने कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय आरा और अनुमंडल स्तरीय कृषि भवनों का भी शिलान्यास किया। किसानों के लिए बिहार कृषि मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है जो योजनाओं की जानकारी देगा। खरीफ महाभियान-2025 की भी शुरुआत की गई है।

राज्य ब्यूरो, पटना। सरकार अब किसानों को वैज्ञानिक तरीके से औद्यानिक खेती (Horticultural Farming) के लिए प्रोत्साहित करेगी। कृषि विभाग का लक्ष्य किसानों को नकदी खेती के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने का है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को इसी उद्देश्य से मीठापुर स्थित कृषि भवन में कृषि विभाग की कई योजनाओं का शिलान्यास, लोकार्पण एवं शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 315 नवनियुक्त प्रखंड उद्यान पदाधिकारी को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों की नियुक्ति कृषि विभाग के लिए की गई है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 144.72 करोड़ रुपये की लागत से रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट अनावरण कर कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय, आरा (भोजपुर) के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान को सुदृढ़ करने हेतु आरा (भोजपुर) में कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय की स्थापना की गई है।
वर्ष 2021-22 से इसका संचालन कृषि महाविद्यालय, बक्सर के परिसर में किया जा रहा है। इसके लिए भोजपुर जिला में 16 एकड़ जमीन चिन्हित कर कुल 144.72 करोड़ रुपये की लागत से भवन निर्माण विभाग के द्वारा भवन का निर्माण किया जाएगा।
इसमें प्रशासनिक भवन, क्लास रूम, पुस्तकालय, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास, कृषि यंत्रों के लिए कार्यशाला एवं आवासीय परिसर का प्रविधान किया गया है। इस महाविद्यालय में बीटेक (एग्री इजीनियरिंग) में प्रत्येक वर्ष 60 छात्रों का नामांकन किया जाएगा।
भोजपुर के हसनपुर में स्थापित हो रहे कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय का उद्देश्य है कि युवाओं को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कृषि अभियंत्रण की उच्च शिक्षा मिल सके। यह संस्थान न केवल शिक्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि यहां कृषि अनुसंधान, प्रशिक्षण एवं प्रसार गतिविधियां भी संचालित की जाएंगी।
इस महाविद्यालय की स्थापना से प्रदेश में जलवायु अनुकूल कृषि तकनीकों, पोस्ट-हार्वेस्ट मैनेजमेंट, संरक्षित खेती एवं फसल अवशेष प्रबंधन जैसे विषयों में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। यह महाविद्यालय हमारी नई पीढ़ी को रोजगार एवं उद्यमिता के नए अवसर उपलब्ध कराएगा।
मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट अनावरण कर 55.26 करोड़ रुपये लागत की 62 अनुमंडल स्तरीय कृषि भवनों का शिलान्यास किया। इसके निर्माण से अनुमंडल स्तर पर कृषि से जुड़ी सभी सेवाएं उपलब्ध हो जाएगी। इस भवन में किसानों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से सभी कृषि संबंधी सेवाएं, योजनाएं, तकनीकी सलाह एवं सरकारी सहायता एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय सिन्हा, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, पूर्व कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि के अतिरिक्त कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। कृषि विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने हरित पौधा एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया।
बिहार कृषि मोबाइल ऐप
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग द्वारा राज्य के किसानों को कृषि की सभी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने हेतु बिहार कृषि मोबाइल ऐप का लोकार्पण किया। यह ऐप किसानों को विभिन्न योजनाओं में आवेदन करने, उनकी स्थिति जानने, स्वीकृति और पुष्टि जैसी महत्वपूर्ण जानकारियों को सहजता से प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करेगी।
इसके माध्यम से कृषि से जुड़ी सभी सेवाएं और सूचनाएं डिजिटल रूप से सुलभ हो जाएगी। कृषि विभाग द्वारा विकसित ऐप की यह विशेषता है कि इसमें किसानों के लिए डिजिटल पासबुक की व्यवस्था की गई है, जो बैंक पासबुक की तरह कार्य करती है। इसमें किसान को प्राप्त सभी लाभ, अनुदान, आवेदन की स्थिति, भुगतान की जानकारी आदि सुव्यवस्थित रूप से दर्ज रहेंगे।
खरीफ महाभियान रथ रवाना
कृषि भवन परिसर से मुख्यमंत्री ने खरीफ महाभियान-2025 का शुभारंभ किया। इसके साथ 20 प्रचार वाहन एवं बीज वाहन को हरी झंडी दिखाकर जिलों के लिए रवाना किया। यह प्रचार वाहन के तहत किसानों को खरीफ मौसम से संबंधित सभी योजनाओं की जानकारी देते हुए उन्हें जागरूक किया जाएगा।
इन वाहनों से ऑडियो/वीडियो के द्वारा किसानों को जागरूक किया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने आधुनिक तकनीक से सुसज्जित एलईडी प्रचार वाहन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह प्रचार वाहन राज्य के विभिन्न जिलों में जाकर किसानों को खेती से संबंधित नवीनतम जानकारियां, योजनाएं और तकनीकी मार्गदर्शन देगा।
मुख्यमंत्री ने कृषि भवन के विभिन्न भागों का भी निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने कृषि काल सेंटर जाकर वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री कृषि भवन की छत पर भी गए और वहां से पूरे परिसर को देखा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि छत पर सोलर प्लेट लगाएं जिससे सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा और कृषि भवन की जरूरतें पूरी होंगी। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को कृषि विभाग की उपलब्धियों से संबंधित वीडियो फिल्म दिखाई गई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।