बिहार में होर्डिंग वार: शिव पूजा करते दिखे राहुल, सोनिया को बताया 'भारतीय हिंदू'
बिहार में भाजपा व कांग्रेस में होर्डिंग वार तेज है। रविवार को कांग्रेस की होर्डिंग के जवाब में भाजपा ने होर्डिंग लगाई। अब कांग्रेस के दो नेता फिर जवाबी होर्डिंग ले कर आए हैं।
पटना [जेएनएन]। बिहार में चुनाव के पहले अब पोस्टर-होर्डिंग की लड़ाई (वार) तेज होती दिख रही है। बीते दिनों कांग्रस ने अपनी होर्डिंंग में नेताओं की जातियां बताईं तो जवाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने नेताओं को 'भारतीय' बताती होर्डिंग लेकर आई। अब कांग्रेस ने भी जवाब में नया हाेर्डिंग लगाकर नेताओं की जातियां नहीं, बल्कि उनके भारतीय हिंदू या मुस्लिम होने की बात लिखी है।
पटना के हड़ताली मोड़, राजपुल और बोरिंग रोड इलाकों में लगाई गई ऐसी होर्डिंग्स में भगवान शिव की पूजा करते राहुल गांधी को 'पंडित' तो राहुल व सोनिया गांधी को 'भारतीय हिंदू' बताया गया है। हालांकि, कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से इस होर्डिंग वार से पल्ला झाड़ लिया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि होर्डिंग लगाने वाले कार्यकर्ता या नेता को पहले अनुमति लेनी चाहिए थी। ऐसा करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
होर्डिंग में राहुल की शिव की पूजा करती तस्वीर
होर्डिंग के बीच में भगवान शिव की पूजा करते राहुल गांधी की तस्वीर देकर नीचे 'कैलाश-मानसरोवर से भगवान शिव का आशीर्वाद लेकर लौटने वाले 'पंडित' राहुल गांधी का अभिनंदन किया गया है। ऊपर बाईं तरफ सोनिया गांधी तथा दाईं तरफ राहुल गांधी की तस्वीरें देकर उन्हें भारतीय हिंदू बताया गया है।
सभी को बताया भारतीय हिंदू या मुसलमान
पोस्टर में नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह, सदानंद सिंह व अशोक राम आदि कई नेताओं की तस्वीरें देकर उन्हें भातीय हिंदू बताया गया है। पूर्व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी को भारतीय मुसलमान बताया गया है।
भाजपा के राष्ट्रीयता कार्ड का दिया जवाब
युवा कांग्रेस के वेंकटेश तथा पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव सिद्धार्थ क्षत्रिय की ओर से लगाई गई यह होर्डिंग कांग्रेस की यह आधिकारिक होर्डिंग नहीं है। लेकिन, यह भाजपा की उस होर्डिंग का जवाब है, जिसमें उसने अपने नेताओं को भारतीय बताया है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने अपनी होर्डिंग के माध्यम से भाजपा के राष्ट्रीयता के कार्ड की तोड़ में राष्ट्रीयता के साथ धर्म को जोड़ता कार्ड खेला है।
ऐसे शुरू हुआ होर्डिंग वार
यह होर्डिंग वार (युद्ध) तब शुरू हुआ, जब पटना के आयकर चौराहा सहित कुछ जगहों पर पर कांग्रेस नेताओं की जातीय पहचान के साथ तस्वीरों वाली होर्डिंग लगा जातिवाद का खुला प्रदर्शन किया गया। यह होर्डिंग नगर में चर्चा का विषय बन गई। इसके जवाब में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने पार्टी नेताओं की होर्डिंग लगा कर सबको 'भारतीय' बताया।
भाजपा ने अपने नेताओं को बताया 'भारतीय'
भाजपा की होर्डिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की तस्वीरें सबसे ऊपर रखीं गईं। फिर, राजनाथ सिंह, रविशंकर प्रसाद, पूनम महाजन, गिरिराज सिंह, मंगल पांडे, आरके सिंह जैसे नेताओं की तस्वीरें दी गईं। सभी नेताओं की तस्वीरों पर 'भारतीय' लिखा था। होर्डिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'चैंपियंस ऑफ द अर्थ' सम्मान मिलने पर बधाई दी गई थी।
कांग्रेस की इस होर्डिंग का दिया था जवाब
इसके पहले पटना के आयकर चौराहा पर कांग्रेस के सिद्धार्थ क्षत्रिय की ओर से एक होर्डिंग लगाई गई थी, जिसे बाद में हटा दिया गया। उसमें बताया गया था कि प्रदेश कार्यसमिति सामाजिक समरसता की मिसाल है। इसमें नवगठित प्रदेश कमेटी में शामिल नेताओं के जाति व धर्म बताए गए थे।
होर्डिंग में सबसे ऊपर की तरफ सोनिया गांधी और मीरा कुमार की तस्वीरें थीं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तस्वीर पर ब्राह्मण समुदाय लिखा हुआ था तो अल्पेश ठाकुर की फोटो पर पिछड़ा समुदाय लिखा था। शक्ति सिंह गोहिल की फोटो पर राजपूत समाज था।
इसी तरह राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह को भूमिहार तो अशोक राम को दलित बताया गया था। पूर्व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी को मुसलमान बताया गया था। होर्डिंग में बिहार कांग्रेस कार्य समिति में सामाजिक समरसता की मिसाल कायम करने पर राहुल गांधी और शक्ति सिंह गोहिल का आभार जताया गया था।