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HIgh Court ने बिहार सरकार से मांगा जवाब-बताएं, शिक्षक नियोजन प्रक्रिया कैसे शुरू हुई

पटना हाईकोर्ट ने बिहार सरकार से पूछा है कि बिना शिक्षकों के प्रोमोशन के नियोजन की प्रक्रिया कैसे शुरू हो गयी? कोर्ट ने इसका जवाब मांगा है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 10:36 AM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 10:48 PM (IST)
HIgh Court ने बिहार सरकार से मांगा जवाब-बताएं, शिक्षक नियोजन प्रक्रिया कैसे शुरू हुई
HIgh Court ने बिहार सरकार से मांगा जवाब-बताएं, शिक्षक नियोजन प्रक्रिया कैसे शुरू हुई

राज्य ब्यूरो, पटना। पटना हाईकोर्ट ने सोमवार को नियोजित शिक्षकों की स्नातक ग्रेड के पदों पर प्रोन्नति देने के पूर्व नियोजन की प्रक्रिया  शुरू करने पर राज्य सरकार से जवाब मांगा है। मामले को लेकर परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के राकेश कुमार की ओर से दायर रिट याचिका की सुनवाई न्यायाधीश प्रभात कुमार झा की एकल पीठ ने की।

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अधिवक्ता नलिन कुमार ने कोर्ट को बताया कि राज्य सरकार ने वर्ष 2012 में नियमावली लाकर स्पष्ट किया था कि अधिसूचना जारी होने की तिथि से दो वर्षों तक स्नातक शिक्षक के पदों पर सीधे नियोजन किया जाएगा। उसके बाद रिक्ति बचेगी उसके आधे पद प्रोन्नति से भरे जाएंगे। आधे पदों पर सीधे नियोजन किया जाएगा।

 तीन अप्रैल 2012 को नियमावली की अधिसूचना जारी होने के दो वर्ष बाद तीन अप्रैल 2014 तक स्नातक शिक्षक के पदों पर सीधे नियोजन किया जाना था। उसके बाद स्नातक शिक्षक के पद पर सीधे नियोजन के पूर्व पदों की संख्या का आकलन कर उसके आधे पदों पर पूर्व नियोजित शिक्षकों को प्रोन्नति दी जानी थी। लेकिन प्रोन्नति दिए बिना सरकार द्वारा शिक्षक नियोजन शुरू कर दिया गया।

कोर्ट ने राज्य सरकार को 4 हफ्ते में जवाबी हलफनामा दायर कर स्थिति स्पष्ट करने का आदेश दिया। मामले की अगली सुनवाई 24 जनवरी को होगी ।

बिहार के प्रारंभिक विद्यालयों के सभी शिक्षकों को ‘नेशनल इनिशिएटिव फॉर स्कूल हेड्स एंड टीचर्स होलिस्टिक एडवांसमेंट' अर्थात निष्ठा ट्रेनिंग देने की कवायद तेज हो गयी है। प्रशिक्षण के नोडल बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने एनसीईआरटी और एससीईआरटी के सहयोग से मास्टर ट्रेनर तैयार करने से लेकर शिक्षकों तक के प्रशिक्षण की न सिर्फ कार्ययोजना बना ली है, बल्कि उसको अमली जामा भी पहनाया जाने लगा है। योजना के तहत गुणवत्ता शिक्षा के लिए 37.5 हजार शिक्षकों की ट्रेनिंग 5 दिसम्बर से शुरू होगी।

चार लाख शिक्षकों को यह पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के लिए बीईपी ने माइक्रो प्लानिंग की है। फिलहाल जिन जिलों के मास्टर ट्रेनरों की ट्रेनिंग अक्टूबर में हो गयी है वहां पांच राउंड में शिक्षकों का प्रशिक्षण हो चुका है। जिन 21 जिलों के लिए ट्रेनिंग 28 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक हो चुकी है वहां शिक्षकों के पांच बैच का प्रशिक्षण कार्यक्रम बीईपी ने जारी कर दिया है।

साढ़े 37 हजार शिक्षकों की निष्ठा ट्रेनिंग

बीईपी के एसपीडी ने सभी डीईओ को जिला एवं प्रखंड स्तर पर निष्ठा सेल खोलने का आदेश दिया है। उन्होंने जिलास्तर पर ट्रेनिंग के लिए तीन बड़े हॉल की व्यवस्था करने तथा ट्रेनिंग के लिए शिक्षकों की इस प्रकार प्रतिनियुक्ति करने को कहा है ताकि विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था प्रभावित नहीं हो।

ट्रेनिंग पांच दिवसीय होगी, जानिए तारीख

7500-7500 हजार शिक्षकों की ट्रेनिंग पांच बैच में 5 दिसम्बर से 7 जनवरी के बीच होगी। हर बैच की ट्रेनिंग 5 दिवसीय होगी। अर्थात एक माह में इन जिलों के 37500 शिक्षक ट्रेंड हो जाएंगे। इस प्रशिक्षण के माध्यम से 21 जिलों के 1500-1500 शिक्षक प्रशिक्षित हो जायेंगे।

जिन जिलों में 5-9 दिसम्बर, 11-15 दिसम्बर, 17-21 दिसम्बर, 23 से 27 दिसम्बर और 3-7 जनवरी के बीच निष्ठा ट्रेनिंग संचालित होनी है उनमें पूवी चंपारण, मधुबनी, पटना, अररिया, औरंगाबाद, नवादा, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, जमुई, बक्सर, बांका, कैमूर, किशनगंज, खगड़िया, जहानाबाद, मुंगेर, लखीसराय, अरवल, शेखपुरा और शिवहर शामिल हैं।

 


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