Move to Jagran APP

स्कूली बसों के प्रवेश से मुख्य सड़क पर भीषण जाम

पटना सिटी। रोक के बावजूद अशोक राजपथ पर स्कूलों की लंबी बसों का परिचालन जारी है। सड़क के दोनों ओर अतिक

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Aug 2018 01:32 AM (IST)Updated: Sun, 19 Aug 2018 01:32 AM (IST)
स्कूली बसों के प्रवेश से मुख्य सड़क पर भीषण जाम
स्कूली बसों के प्रवेश से मुख्य सड़क पर भीषण जाम

पटना सिटी। रोक के बावजूद अशोक राजपथ पर स्कूलों की लंबी बसों का परिचालन जारी है। सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण के कारण संकीर्ण हो चुकी इस मुख्य सड़क पर इन स्कूली बसों से हर दिन भीषण जाम लग रहा है। बस के आगे-पीछे जाम में फंस कर लोग घंटों परेशान हो रहे हैं। पीएमसीएच, एनएमसीएच, त्रिपोलिया व अन्य अस्पताल आने-जाने वाले मरीजों को खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। स्कूली बच्चे इस जाम से हर दिन बेदम हैं। स्कूल में छुट्टी होने के दो से तीन घंटे बाद घर पहुंच रहे हैं। यह समस्या अभिभावकों की परेशानी व ¨चता का कारण बन चुकी है। शनिवार को भी मुख्य सड़क पर स्कूली बसों के कारण जगह-जगह जाम लगा रहा।

loksabha election banner

सुलतानगंज, आलमगंज, खाजेकलां, चौक, मालसलामी थाना क्षेत्र में समस्या गंभीर बनी है। पुलिस पदाधिकारियों का कहना है कि निजी स्कूलों के बड़े वाहनों का प्रवेश अशोक राजपथ पर रोकना होगा। सुबह में स्कूल जाने और दोपहर में छुट्टी होने पर बसों के इस मार्ग में प्रवेश करते ही जाम की समस्या गंभीर हो जाती है। छोटे वाहन चालक जाम से बचने के लिए गलियों का रास्ता पकड़ते हैं तो वहां भी जाम लग जाता है। - एनआइटी मोड़ से शुरू हो जाती है मुसीबत

साइंस कॉलेज के आगे पूरब में एनआइटी मोड़ से जैसे ही स्कूली बसों का प्रवेश अशोक राजपथ होता है जाम की समस्या गंभीर हो जाती है। महेन्द्रू पड़ाव, महेन्द्रू पोस्ट ऑफिस, शाहगंज मोड़, एससीइआरटी मोड़, सुलतानगंज थाना के समीप, पत्थर की मस्जिद चौराहा, चौधरी टोला, नन्मुहिया मोड़, आलमगंज गुलशन विहार अपार्टमेंट, नुरानीबाग, पश्चिम दरवाजा मोड़, गुजरी, गुरहट्टा, मच्छरहट्टा, चौक, झाऊगंज, मंसूरगंज, मारूफगंज आदि क्षेत्र के अशोक राजपथ पर स्कूल के बड़े वाहनों से जाम लग रहा है। कई सामाजिक संगठनों ने निजी स्कूल प्रबंधकों एवं जिला प्रशासन से स्कूल के छोटे वाहन इस मार्ग पर चलाना सुनिश्चित करने की मांग किया है। अभिभावकों का कहना है कि जाम में बच्चों के घंटों फंसने के कारण दो लंच बॉक्स देना पड़ता है। एक रास्ते के लिए। वाटर बोतल का पानी खत्म हो जाने पर बच्चे प्यास से परेशान हो जाते हैं। इस समस्या का स्थायी हल बेहद जरूरी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.