सोनपुर के नयागांव हसनपुर के समीप भीषण जाम, कई किलोमीटर तक लगी वाहनों की कतार
बालू लदे ट्रैक्टर का गुल्ला टूट जाने को लेकर एनएच पर लगा भीषण जाम कोईलवर से बालू लेकर हाजीपुर आने के दौरान हसनपुर के समीप टूटा गुल्ला गोविंदचक से नयागांव एवं राजेंद्र गेट से दरियापुर रेल चक्का फैक्ट्री तक जाम
पटना/वैशाली/छपरा/सोनपुर, जेएनएन। Traffic Jam in Sonepur: कोईलवर से बालू लादकर हाजीपुर जा रहे एक ट्रैक्टर का गुल्ला सोनपुर के नयागांव हसनपुर के समीप टूट जाने से मंगलवार को नेशनल हाइवे-19 एक बार फिर महाजाम का शिकार हो गया है। इस दौरान ना केवल गोविंदचक से सिताबगंज बाजार होते नयागांव के आगे तक बल्कि राजेंद्र द्वार से लेकर दरियापुर बेला रेल चक्का कारखाना जाने वाला मार्ग भी जाम हो गया है। मौके पर पहुंचे पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने काफी मशक्कत के बाद जाम हटवाया।
हर रोज जाम का शिकार बन रहे लोग
गौरतलब हो कि नेशनल हाइवे-19 अक्सर जाम का शिकार हो रहा है। स्थिति ऐसी है कि सप्ताह का शायद ही कोई दिन ऐसा हो जिस दिन यह महत्वपूर्ण मार्ग जाम से मुक्त रहा हो। कांग्रेस सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष तथा सोनपुर के गोपालपुर निवासी सुनील कुमार सिंह बताते हैं कि यातायात नियंत्रण के लिए इस मार्ग के चिन्हित स्थानों पर पुलिस की तैनाती आवश्यक है। बाकरपुर से शीतलपुर तक 15 से 20 किलोमीटर के बीच लगी घंटों भीषण जाम में फंसे यात्री कराह रहे हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।
जेपी सेतु बनने के बाद बढ़ गया लोड
मालूम हो कि जेपी सेतु बनने के बाद एनएच-19 पर वाहनों का लोड काफी बढ़ गया है। इधर इलाके में सड़कों का जाल भी बिछा है। निचली सड़क से भरपुरा रेलवे ढाला के समीप के मार्ग को एनएच से जोड़ा गया। जेपी सेतु के बाद त्रिभुवन चौक पर हाल ही में फ्लाईओवर का रास्ता खुला है। जिसका पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अवलोकन किया था। वहीं गोविंदचक से भी सीधे जेपी सेतु तक पहुंचा जा सकता है। इसमें ग्रामीण रास्तों को जोड़ दिया जाए तो इसकी संख्या में और इजाफा हो जाएगा। वहीं त्रिभुवन चौक के समीप निर्माणाधीन फ्लाईओवर जब बाकरपुर के समीप फोरलेन से जुड़ जाएगा तब नेशनल हाइवे-19 पर वाहनों की संख्या में कमी आने से जाम से छुटकारा मिल जाएगी। जाम से निजात को लेकर लंबे समय से गोविंदचक, शीतलपुर तथा दिघवारा रेलवे फाटकों के समीप ओवरब्रिज बनाए जाने की मांग उठती रही है किंतु सरकार इस मामले में उदासीन बनी हुई है।