गर्मी के लिए बदनाम जून महीने ने दिखाया कहर, पटना की सड़कों पर पसरा सन्नाटा
पटना में गर्मी के कारण जीना मुहाल हो गया है। सूरज की तपिश इतनी अधिक है कि सड़कों पर लोग नहीं निकल रहे।
पटना, जेएनएन। जून यूं भी गर्मी के लिए बदमान है, मगर इस बार तो रिकॉर्ड ही टूट गया। बीते दस वर्षो के आंकड़े के अनुसार 2011 में दो दिन भीषण गर्मी पड़ी थी। 5 जून को 41 और 6 जून को 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंचा था। वर्ष 2012 में 14 जून को तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था।
इस साल आठ दिनों तक तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा था। शेष 10 दिनों 41 डिग्री से ऊपर और एक दिन 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। बात अगर रविवार की करें तो पटना का अधिकतम तापमान 45.8 पर पहुंच गया है। न्यूनतम में ये आंकड़ा 30.0 पर आ गया है। इसी तरह गया का अधिकतम टेम्प्रेचर इतवार को 45.2 रहा। न्यूनतम में ये आंकड़ा 30.6 पर पहुंच गया।
2013 में जून में कम पड़ी थी गर्मी
वर्ष 2013 में जून में लोगों को गर्मी का अहसास ही नहीं हुआ क्योंकि तापमान सामान्य स्तर 37 डिग्री सेल्सियस से नीचे पूरे माह रहा। 2014 में सिर्फ 5 और 13 जून को तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। अन्य पांच दिनों में 40 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। वर्ष 2015 में सिर्फ 10 जून तक गर्मी पड़ी। पहली जून को 40 डिग्री, 5 जून को 41 डिग्री, 6 एवं 7 जून को 43 डिग्री, 8 जून को 44 डिग्री और 9 और 10 जून को क्रमश: 43 और 42 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंचा था।
वर्ष 2016 में भी गर्मी ने जून में राहत दी। सिर्फ एक दिन 12 जून को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस की सीमा छूकर शेष दिनों में सामान्य स्तर पर रिकार्ड किया गया था। वर्ष 2017 में चार दिनों तापमान 40 डिग्री और एक दिन तीन जून को 42 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। बीते साल 2018 में भी खूब गर्मी पड़ी। 10 जून से 25 जून के बीच तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रिकार्ड किया गया था। बीते साल 15 से 18 जून तक लगातार 42 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।
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