सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है ख्वाजा अंबर की मस्जिद
पटना सिटी । चौक थाना के समीप झाऊगंज में अशोक राजपथ किनारे है ऐतिहासिक ख्वाजा अंबर क
पटना सिटी । चौक थाना के समीप झाऊगंज में अशोक राजपथ किनारे है ऐतिहासिक ख्वाजा अंबर की मस्जिद। 328 वर्ष प्राचीन यह मस्जिद सांप्रदायिक सौहार्द की विश्व में अनूठी मिसाल है। इस मस्जिद की दीवार से सटा है विश्व में सिखों का दूसरा बड़ा तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब। मस्जिद व गुरुद्वारा के गुंबद मानो एक दूसरे में समाए हों। लोग बताते हैं कि ख्वाजा अंबर की मस्जिद को बिहार के सूबेदार साइस्ता खां के नाजिर ख्वाजा अम्बर ने सन् 1688-89 (हिजरी 1100) में बनवाया था।
तीन गुंबद वाली इस मस्जिद की छत पर अद्भुत कलाकृति उकेरी गई है। परिसर में एक बड़ा कुंड है। बाहर के दालान में मौलाना इरशाद अहमद इमादी बच्चों को तालीम देते हैं। मस्जिद के आंतरिक हिस्से की बनावट ऐसी है कि भीषण गर्मी में भी इसमें बैठने पर ठंड का एहसास होता है।
सुन्नी वक्फ बोर्ड के अधीन इस ऐतिहासिक मस्जिद का रख-रखाव अपेक्षाकृत नहीं होता। जबकि मुख्य सड़क के किनारे की इस मस्जिद के उत्तर और पूरब में डेढ़ दर्जन दुकानें हैं। इन दुकानों का किराया बेहद कम होने के कारण इसके पैसे से मस्जिद का रख-रखाव भी ठीक से नहीं हो पाता है। मस्जिद कमेटी के प्रयासों से सुर्खी वाले प्लास्टर को हटा कर टाइल्स तथा जमीन में मार्बल लगाया गया। लोगों की सहयोग राशि से इसके रंग-रोगन का काम जारी है।