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हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फोरलेन: जमीन का मुआवजा नहीं लिया तो सीधे कोर्ट में जमा हो जाएगी राशि

हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फोर लेन सड़क का काम जमीन की वजह से बाधित है। इसको लेकर सरकार ने फैसला लिया है कि अगले महीने की पंद्रह तारीख तक भू स्‍वामियों ने मुआवजे की राशि नहीं ली तो यह सीधे कोर्ट में जमा हो जाएगी।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Fri, 05 Feb 2021 12:28 PM (IST)Updated: Fri, 05 Feb 2021 05:18 PM (IST)
हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फोरलेन: जमीन का मुआवजा नहीं लिया तो सीधे कोर्ट में जमा हो जाएगी राशि
हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फोरलेन का काम होगा शुरू। प्रतीकात्‍मक फोटो

राज्य ब्यूरो, पटना। हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फोरलेन (Hajipur-Muzaffarpur Four lane) के सात किलोमीटर हिस्से का काम ग्यारह वर्षों से इस कारण अटका पड़ा है कि जमीन मालिक जमीन का मुआवजा (Compensation) ही नहीं ले रहे। इस कारण सड़क निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराने में परेशानी है। अब सरकार ने यह तय किया है कि जमीन मालिकों ने अगर मुआवजे की राशि नहीं ली तो तय राशि संबंधित क्षेत्र के सिविल कोर्ट में जमा कर दी जाएगी। इस बाबत अगले महीने की पंद्रह तारीख तक ही अब इंतजार किया जाएगा।

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यहां फंसा है जमीन अधिग्रहण का मामला

वर्ष 2010 में हाजीपुर-मुजफ्फरपुर सड़क को फोरलेन किए जाने का काम शुरू हुआ था। लेकिन यह सड़क अब तक 83 प्रतिशत ही बन सकी है। मुजफ्फरपुर जिले के पकोही खास, बथनाराम, माधोपुर, मछिया, शाहबाजपुर, मधुबन जगदीश, लश्करीपुर, बलिया, सकरी, सरैया, दरियापुर कफैन तथा मधौल में सात किमी हिस्से का काम अटका पड़ा है। मामले की सुनवाई कमिश्‍नर स्तर पर 2010 से अटकी पड़ी है। इसी तरह से 106 मामले सिविल कोर्ट में कई मामले अटके हैैं। 

जमीन अधिग्रहण को ले यह हुआ है निर्णय

बलिया और फतेहपुर कस्तुरी के वैसे जमीन मालिक जो जमीन का मुआवजा नहीं ले रहे, अगर मुआवजे की राशि पंद्रह मार्च तक नहीं ले लेते हैैं तो वह राशि संबंधित इलाके के सिविल कोर्ट में जमा करा दी जाएगी। इसके बाद सड़क निर्माण का कार्य आगे बढ़ेगा। शेष इलाके में जमीन अधिग्रहण का मुआवजा वितरित किए जाने को ले नियमित रूप से कैंप लगाए जाएंगे। अगर इसके बाद भी मुआवजे की राशि लेने के लिए जो लोग नहीं आते हैैं उनकी राशि न्यायालय में जमा करा दी जाएगी।

निर्माण शुरू कराए जाने को एक कंपनी पुलिस बल भी मिलेगा

यह निर्णय लिया गया है कि सड़क निर्माण शुरू कराए जाने को ले एक कंपनी पुलिस बल उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त जमीन से जुड़े लंबित मामलों के तीव्र गति से निपटारे के लिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश को लिखा जाएगा।

1.2 किमी का निर्माण पक्की संरचना की वजह से भी फंसा है

इस सड़क में 1.2 किमी का निर्माण पक्की संरचनाओं की वजह से भी अटका पड़ा हुआ है। इसमें पुलिस भवन, बस स्टैैंड, ऑटो स्टैैंड भी शामिल है। यह हाजीपुर, सराय, भगवानपुर व गोरौल से जुड़ा मामला है।  इसे 28 फरवरी तक हटाए जाने का अल्टीमेटम दिया गया है


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