धूमधाम से मनेगा गुरु नानक देव का 550 वां प्रकाशपर्व-लोंगोवाल
सिख पंथ के संस्थापक व प्रवर्तक श्री गुरु नानक देव का 550 वां प्रकाश पर्व 2019 के कार्तिक पूर्णिमा को धूमधाम से मनाया जाएगा।
पटना सिटी । सिख पंथ के संस्थापक व प्रवर्तक श्री गुरु नानक देव का 550 वां प्रकाश पर्व 2019 के कार्तिक पूर्णिमा को विश्व स्तर पर मनाया जाएगा। दशमेश गुरु की जन्मस्थली तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में भी श्री गुरु नानक देव के 550 वें प्रकाशोत्सव पर भव्य समारोह होगा। उक्त बातें मंगलवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष व तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के सदस्य सरदार गो¨वद ¨सह लोंगोवाल ने प्रबंधक समिति की बैठक के बाद कहीं।
2019 के कार्तिक पूर्णिमा को मनने वाले प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव के 550 वें प्रकाशोत्सव को दुनियाभर में यादगार बनाने के लिए एसजीपीसी के अध्यक्ष जुटे हैं। अलग-अलग सिख जत्थेबंदियों व विद्वानों के सुझाव लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार के सहयोग से दशमेश गुरु का 350 वां प्रकाश पर्व व शुकराना समारोह ऐतिहासिक रूप से मनाया गया। इस बार यादगार होगा राजाओं के राजा का उत्सव
पटना सिटी । महाराष्ट्र के तर्ज पर राजाओं के राजा श्री गणेश का भव्य उत्सव पहली बार पटना सिटी में होगा। प्राकृतिक रंगों से सजी-संवरी नौ फीट ऊंची गणेश जी की प्रतिमा बेहद आकर्षक होगी। राजा की मुद्रा वाली इस प्रतिमा को जानेमाने मूर्तिकार अंतिम रूप देने में दिन-रात लगे हैं। 13 से आरंभ होकर 15 सितंबर तक चौक स्थित श्री सनासन धर्म सभा भवन में होने वाले इस धार्मिक आयोजन में कई संगठनों से जुड़े प्रतिष्ठित लोग सक्रिय भूमिका में हैं। यह बातें मंगलवार को श्री गणेश उत्सव पटना सिटी मंडल के संस्थापक विकास कुमार गुप्ता, अध्यक्ष डॉ. त्रिलोकी प्रसाद गोलवारा, उपाध्यक्ष अनंत अरोड़ा, भगवती प्रसाद मोदी, संयोजक अरुण मिश्रा, शशि शेखर रस्तोगी आदि ने दिया।
उन्होंने बताया कि संरक्षक आचार्य शास्त्रोपासक चंद्रभूषण मिश्रा प्रवचन देंगे। 13 सितंबर की संध्या चार बजे से सात बजे तक श्री गणेश पुरान कथा और रात दस बजे आरती होगी। 14 सितंबर को प्रात: दस से महिला कीर्तन, दोपहर एक बजे से श्री गणेश पुरान कथा, संध्या पांच बजे से भजन और आरती होगी। 15 सितंबर की सुबह दस बजे से पूजन-हवन और संध्या चार बजे शोभा यात्रा निकाली जाएगी। विभिन्न मार्गों से होकर यह यात्रा भद्रघाट पहुंचेगी। खास बात यह कि इस गणेश उत्सव में सक्रिय भूमिका निभा रहे नैयर इकबाल साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल बने हैं।